जैव रसायन विभाग प्रमुख डाॅ सीमा परोहा को राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कानपुर का नया निदेशक बनाया गया
संस्थान से प्रो.डी. स्वाईन के निदेशक पद से सेवानिवृत्त होने पर जैव रसयान विभाग-प्रमुख वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. सीमा परोहा को राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर के निदेशक पद का कार्यभार सौंपा गया। मुख्य अभिकल्पक अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि प्रो.सीमा परोहा को संस्थान की प्रथम महिला निदेशक बनने का गौरव प्राप्त हुआ हैं। इस प्रकार देश की आधी आबादी का सच्चे अर्थों में प्रतिनिधित्व पूरा हुआ है
- संस्थान ने प्रथम महिला निदेशक बनाने का हासिल किया गौरव
कानपुर। संस्थान से प्रो.डी. स्वाईन के निदेशक पद से सेवानिवृत्त होने पर जैव रसयान विभाग-प्रमुख वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. सीमा परोहा को राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर के निदेशक पद का कार्यभार सौंपा गया। मुख्य अभिकल्पक अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि प्रो.सीमा परोहा को संस्थान की प्रथम महिला निदेशक बनने का गौरव प्राप्त हुआ हैं। इस प्रकार देश की आधी आबादी का सच्चे अर्थों में प्रतिनिधित्व पूरा हुआ है। प्रो.सीमा परोहा का जन्म मूलतः मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में पली-बढ़ी हैं एवं उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा भी इंदौर के नामचीन विद्यालयों में संपन्न हुई। उन्होंने देवी अहिल्याबाई महाविद्यालय, इंदौर से एम.एस.सी. करने के उपरांत रानी दुर्गावती विश्व विद्यालय, जबलपुर से पी.एच.डी. की उपाधि प्राप्त की। अध्ययन-अध्यापन के प्रति गहरा जुड़ाव प्रो.सीमा परोहा को शिक्षण जगत की ओर खींच लाया। उनकी शिक्षक के रूप में प्रथम यात्रा जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्व विद्यालय, जबलपुर से आरंभ हुई। छात्र जीवन से ही शैक्षणिक कार्यों से इतर अन्य कार्यकलापों यथा-खेल-कूद, एन.सी.सी. आदि में भी प्रो.सीमा परोहा सक्रिय रहीं। इस सक्रियता के चलती उन्होने शिक्षक जीवन में शिक्षण के अतिरिक्त एन.सी.सी. इंचार्ज का अतिरिक्त प्रभार सहर्ष लेकर पूरा किया। महाविद्यालय में प्रो.सीमा परोहा को लेफ्टीनेंट रैंक का अधिकारी मनोनीत किया गया था। जीवन में कुछ अलग करने की चाह प्रो.सीमा परोहा को एक पुर (जबलपुर) से दूसरे पुर (कानपुर) एन.एस.आई. में खींच लाई।
प्रो.सीमा परोहा ने वर्ष 2014 में संस्थान के जैव रसायन अनुभाग में प्रोफेसर जैव रसायन के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। लगभग दस वर्षों तक अध्यापन और अनुसंधान का गुरूतर कार्य संपन्न करते हुये प्रो. सीमा परोहा ने कई अनुसंधान पत्र भी प्रकाशित किये। वे लगभग गत एक दशक से सीएनजी. बायोगैस, सीएनजी, अल्कोहल एवं इथेनाल संबंधी खोजपरक कार्यों में रत हैं। प्रो.(डॉ.) सीमा परोहा ने निदेशक पद का कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात संस्थान कर्मियों को संबोधित करते हुये कहा कि उनके लिये निदेशक पद भी जिम्मेदारी से भरा है। वे अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करने का पूर्ण प्रयास करेंगीं तथा कर्मियों के हितों के संवर्धन की दिशा में कार्य करेंगीं। संस्थान को नई ऊंचाइयों पर ले जाना उनका प्रथम लक्ष्य होगा।
इस कार्य को पूरा करने में सभी का सहयोग अपेक्षित है। प्रो.परोहा ने कहा कि कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिये उनके दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। सबका साथ, सबका विकास उनके लिये सूत्रवाक्य है। कर्मचारियों के प्रमोशन एवं नई भर्ती से जुड़े कार्यों को यथाशीघ्र पूर्ण करते हुये राष्ट्रीय शर्करा संस्थान और अन्य संस्थाओं के मध्य होने वाले एम.ओ.यू. पर भी शीघ्रता से कार्य होगा। इस अवसर पर श्री एस.के.त्रिवेदी, श्री अशोक गर्ग, श्री संजय चौहान, श्री विनय कुमार, डॉ.अशोक कुमार, श्री अनूप कुमार कनौजिया, श्री वीरेन्द्र कुमार, श्री मिहिर मंडल. डॉ.सुधांशु मोहन, डॉ.अनंत लक्ष्मी एवं श्री बृजेश कुमार साहू, ने निदेशक महोदया का स्वागत बुके देकर किया। श्री अखिलेश कुमार पांडे, श्री महेन्द्र कुमार यादव, श्री वैभव शर्मा एवं श्री दया शंकर मिश्र ने अपने विचार व्यक्त कर शुभकामनायें दीं। श्रीमती मल्लिका द्विवेदी, सहायक निदेशक (राजभाषा) ने कार्यक्रम का संचालन किया।