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रियल सिंघम सीओ रघुराज ने नगर पंचायत में वर्षो से फल फुल रहा अवैध वसूली का कर दिया भंडाफोड़
चकियाः रियल सिंघम सीओ रघुराज ने नगर पंचायत में वर्षो से हो रही वाहनों से अवैध वसूली का कर दिया भंडाफोड़, 2019 के बाद नहीं हुआ वाहनों से वसूली का टेंडर, घालमेल तरीके से नगर में 5 स्थानों पर हो रही अवैध वसूली, अंजाम देने वाले जायेंगे जेल.......
- वाह चकिया नगर पंचायत !
- 2019 के बाद चकिया नगर पंचायत में सवारी वाहनों से वसूली का नहीं हुआ टेंडर
- अवैध तरीके से वसूली कर रहे युवक के पास से कुछ नहीं मिला साक्ष्य
- पुलिस क्षेत्राधिकारी ने अवैध वसूली कर रहे युवक को बैठाया कोतवाली में
चकिया, चंदौली। गत मंगलवार की सुबह रियल सिंघम पुलिस क्षेत्राधिकारी रघुराज सर्किल भ्रमण पर निकले हुए थे। सर्किल भ्रमण के दौरान निर्भयदास सलया के ताले स्थित टैंपो स्टैंड पर बकायदे कुर्सी बेंच लगाकर एक युवक द्वारा चकिया-अहरौरा मार्ग पर चलने वाले सवारी वाहनों से अवैध वसूली करते हुए देखा। जिसपर सीओ ने जानकारी हासिल करते बगैर कार्बन कॉपी व कुछ साक्ष्य युवक के पास से न मिलने पर अवैध वसूली किए जाने के आरोप में कोतवाली में बैठा दिया। जिसपर नगर पंचायत के जिम्मेदार व कर्मियों में हड़कंप मच गया।
वसूली का कार्य नगर पंचायत द्वारा 5 स्थानों पर कुछ प्राइवेट युवक रखकर कराया जाता है। जिसमें नौगजा शहीद सादुल्लापुर, लतीफशाह, निर्भयदास, मोहम्मदाबाद आदि स्थानों पर वाहनों से आए दिन वसूली का कार्य किया जा रहा है। यही नहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी के पड़ताल में 2019 के बाद वाहन वसूली का टेंडर नहीं हुआ। फिर भी अवैध तरीके से वसूली का कार प्रगति पर फल फूल रहा है। जिसपर जिम्मेदार लोगों का ध्यान तनिक भी नहीं जा रहा है। यह वसूली कई वर्षो से हो रही है।
बतादें कि पुलिस क्षेत्राधिकारी रघुराज ने निर्भयदास टैंपो स्टैंड से अहरौरा-चकिया मार्ग पर चलने वाले सवारी वाहनों से अवैध वसूली करने वाले युवक को पकड़ कर मंगलवार की शाम कोतवाली में बैठा दिया। जिसके बाद नगर पंचायत के जिम्मेदारों सहित कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति बन गई। पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि नगर पंचायत में जो वसूली हो रही है यह पूरी तरह से गलत है। पड़ताल में मिला है कि 2019 के बाद वाहनों के वसूली का नगर पंचायत में टेंडर ही नहीं हुआ। इसके बाद भी नगर पंचायत के जिम्मेदार धड़ल्ले से अवैध तरीके से करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वाहनों से वसूली का टेंडर प्रतिवर्ष होता है। जिस पर बकायदा नगर पंचायत का संविदा कर्मी वहनों से वसूली करते हुए नगर पंचायत व शासन के अन्य कार्यों धन का उपयोग होता है। लेकिन यहां तो सब घालमेल वर्षों से चल रहा है। जिम्मेदार भी मौन दिख रहें है। सीओ ने कहा कि क्षेत्र में इस तरह के कार्यो को अंजाम दे रहे लोगों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाई करते हुए जेल भेजा जायेगा।
अधिशासी अधिकारी मेही लाल गौतम ने बताया कि नगर पंचायत में वाहन वसूली कार्य पूरी तरह से वैध है। नगर के 5 स्थानों पर युवाओं को रखकर प्रतिदिन वसूली कराई जाती है। जो धनराशि नगर पंचायत के कार्यों में ली जाती है।