बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया बनी मजाक, शासन के निर्देशों पर फिसड्डी रह अपनी ही किरकिरी करा रहा है विभाग
बेसिक शिक्षा विभाग अपने दावों पर खरा साबित नहीं हो रहा है जिसके चलते करीब 9 महीने पूर्व शुरू की गई प्रमोशन प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है। शिक्षकों ने इस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग अपने दावों पर खरा साबित नहीं हो रहा है जिसके चलते करीब 9 महीने पूर्व शुरू की गई प्रमोशन प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है। शिक्षकों ने इस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि 9 माह गुजरने को हैं लेकिन विभाग अब तक प्राथमिक सहायक शिक्षकों के प्रमोशन नहीं कर पाया है। विभाग ने संघ के धरने के बाद आठ नवंबर तक प्रमोशन प्रक्रिया करने का भरोसा दिया था। बेसिक शिक्षा विभाग ने कुछ माह पूर्व बड़े तामझाम से प्रमोशन प्रक्रिया शुरू की थी। कहा गया था कि पहले प्राथमिक विद्यालयों के सहायक शिक्षकों की पदोन्नति की जाएगी।
बीएसए को ज्येष्ठता सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए। कई माह तक ज्येष्ठता सूची बनती रही। एक के बाद एक आदेश निकाल कर विभाग पदोन्नति प्रक्रिया को लंबा खींचता रहा। किसी तरह ज्येष्ठता सूची तैयार हुई लेकिन इसके बाद से विभाग ने प्रमोशन की दिशा में कोई काम नहीं किया। बीते माह प्राथमिक शिक्षक संघ के धरने के बाद विभाग ने 8 नवंबर तक पदोन्नति प्रक्रिया पूरी करने का भरोसा दिया था। सचिव ने एक प्रारूप जारी कर उसी के अनुरूप ज्येष्ठता सूची अपलोड करने का निर्देश भी दिया।अब तक बेसिक शिक्षा विभाग कई बार डेडलाइन जारी कर चुका है लेकिन किसी पर भी खरा नहीं उतरा। शिक्षकों का कहना है कि जब समय पर प्रमोशन नहीं करना था तो फिर प्रक्रिया शुरू कर शिक्षकों का मानसिक शोषण क्यों किया गया। जैसे बिना प्रमोशन एक दशक से अधिक का समय कटा वैसे आगे भी कट जाएगा।
अपनी ही किरकिरी करा रहा है विभाग-
शिक्षक कहते हैं कि सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि सभी विभाग 30 सितंबर तक प्रमोशन प्रक्रिया पूरी कर लें लेकिन यहां प्रक्रिया पूरी करने की छोड़िए अब इस पर कोई बात भी नहीं की जा रही है। अफसरों ने कई माह से प्रक्रिया लटकाए रखी है। टीईटी को लेकर भी विभाग अब तक फैसला नहीं कर सका है। यह प्रकरण कोर्ट में भी गया था। बेसिक शिक्षकों की वरिष्ठता सूची 25 जिलों की ही आई, विभाग ने आठ नवंबर तय की है।
पदोन्नति की डेडलाइन-
पदोन्नति प्रक्रिया को हाल में आठ नवंबर तक पूरा करने की डेडलाइन तय की गई किंतु शिक्षकों के अनुसार अभी तक मात्र 25 जिलों की ही वरिष्ठता सूची पोर्टल पर अपलोड हुई है। ऐसे में समय पर वरिष्ठता एक बार फिर से बीच मझधार में अटकती दिख रही है। विभाग में शिक्षकों की पदोन्नति व जिले के अंदर और एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले की प्रक्रिया काफी समय से चल रही है।