शिक्षकों के हित के लिए गंभीर नहीं विभाग, प्रमोशन के लिए शिक्षक 07 साल से कर रहे इंतजार
शासन करीब हर साल आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, समेत लगभग हर विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को पदोन्नति की सौगात देता है लेकिन जिले में यह सौगात 7 साल से अधिक समय तक सेवा कर चुके बेसिक शिक्षकों तक नहीं पहुंच सकी है।
कानपुर देहात,अमन यात्रा : शासन करीब हर साल आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, समेत लगभग हर विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को पदोन्नति की सौगात देता है लेकिन जिले में यह सौगात 7 साल से अधिक समय तक सेवा कर चुके बेसिक शिक्षकों तक नहीं पहुंच सकी है। बीते सालों में कई बार ऐसा लगा कि शिक्षकों को पदोन्नति का तोहफा मिलने वाला है लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हो सका। अब प्रमोशन एक बड़ा सवाल बनकर उभरा है। बीते आठ व इससे भी अधिक वर्षों से पदोन्नति की राह देख रहे शिक्षकों को शासनादेश जारी होने के बाद उम्मीद की किरण तो दिखती है लेकिन यह किरण दूसरे विभागों को रोशन कर फिर से वापस लौट जाती है। जिले में प्राथमिक विद्यालयों में 2013 के बाद व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 2014 के बाद सेवा में आए शिक्षकों का प्रमोशन अब तक लंबित है।
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विडंबना यह है कि बीते कई सालों से पदोन्नति के लिए कोई प्रक्रिया भी नहीं शुरू की गई। कई दफा ब्लॉकों से वरिष्ठता सूची मांगी गई लेकिन इसके बाद कुछ नहीं हुआ। शिक्षकों समेत तमाम संगठनो द्वारा कई बार प्रमोशन की मांग की गई लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग उनकी मांग को अनसुना कर रहा है। इसको लेकर शिक्षकों में रोष व्याप्त है। शिक्षकों का यह भी कहना है कि इससे पहले सेवा के 5 वर्ष व्यतीत होते ही प्रमोशन मिल जाता था। आज 7 वर्ष से ऊपर हो जाने के बावजूद भी सहायक के वेतन पर हेड मास्टर का काम लिया जा रहा है। अब तो ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे प्रमोशन कभी होंगे ही नहीं।