शीतलहर में जालौन प्रशासन का मानवीय चेहरा, रैन बसेरों का निरीक्षण
कड़ाके की ठंड से निपटने के लिए जालौन प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला अस्पताल, राजकीय मेडिकल कॉलेज, रेलवे स्टेशन और कोंच बस स्टैंड पर पहुंचकर जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए।

- जिलाधिकारी ने कहा, किसी को भी ठंड से नहीं होने देंगे परेशान
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन ने किया विशेष अभियान
उरई: कड़ाके की ठंड से निपटने के लिए जालौन प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला अस्पताल, राजकीय मेडिकल कॉलेज, रेलवे स्टेशन और कोंच बस स्टैंड पर पहुंचकर जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए।
फुटपाथ पर सो रहे लोगों को शेल्टर होम भेजा गया
टीम ने फुटपाथ पर सो रहे लोगों को ढूंढकर उन्हें कंबल दिए और शेल्टर होम में पहुंचाया। शेल्टर होम में रह रहे लोगों से भी मुलाकात की गई और उनकी समस्याओं को सुना गया। शेल्टर होम में रह रहे लोगों ने मुख्यमंत्री और प्रशासन का धन्यवाद किया।
कोंच बस स्टैंड पर रैन बसेरे का निरीक्षण
कोंच बस स्टैंड पर स्थापित रैन बसेरे का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रैन बसेरों में रहने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। रैन बसेरों में साफ-सफाई, बिस्तरों की स्थिति और ठंड से बचाव के इंतजामों की समीक्षा की गई।
पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था पर दिया जोर
पुलिस अधीक्षक ने रैन बसेरों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा पर जोर दिया और कहा कि पुलिस टीम नियमित रूप से इन स्थानों का दौरा कर रही है।
जिलाधिकारी का कहना
जिलाधिकारी ने कहा कि बेसहारा और जरूरतमंद लोगों की मदद करना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में कोई भी व्यक्ति खुले में ठिठुरने के लिए मजबूर न हो, यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।
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