हम अपने कार्य् क्षेत्र में सत्य निष्ठा के साथ कार्य करें हमें छोटे-छोटे लालचों से बचना होगा : डॉ. निगम
कस्बा स्थित रामस्वरूप ग्राम उद्योग परास्नातक महाविद्यालय पुखरायां क़ानपुर देहात में संचालित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ द्वारा आज सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम कराया गया।
- इग्नू ने आभासीय मंच के माध्यम से कराया सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम
पुखरायां। कस्बा स्थित रामस्वरूप ग्राम उद्योग परास्नातक महाविद्यालय पुखरायां क़ानपुर देहात में संचालित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ द्वारा आज सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम कराया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अखिलेश कुमार निगम डीआईजी( ईओडब्लू ) ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश के चौमुखी विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के प्राथमिक साधनों में से एक कर्य् क्षेत्र में पारदर्शिता एवं जवाब देही लाना है। केंद्रीय सतर्कता आयोग भारत का सर्वोच्च सत्य निष्ठ संस्थान होने के कारण सार्वजनिक प्रशासन में सत्य निष्ठा सुनिश्चित करने के लिए भिन्न-भिन्न उपाय अपनाता हैं। भ्रष्टाचार के खतरों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिए सतर्कता जागरूकता कार्यक्रमों का होना अति आवश्यक है।डा निगम ने कहा कि हम अपने कार्य् क्षेत्र में सत्य निष्ठा के साथ कार्य करें हमें छोटे-छोटे लालचों से बचना होगा।
साइबर क्राइम के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि प्राया साइबर अपराध में लिप्त् अपराधी बहुत सातराना दिमाग के होते हैं वह प्रत्येक तरह के अपराध में योजनाओं को बदल करके अपराध को जन्म देते हैं इसलिए हमें किसी अनजान एसएमएस, लिंक, या व्यक्ति से हमेशा दूर रहना चाहिए हमें चाहिए कि जिस नंबर का हम अकाउंट में प्रयोग कर रहे हैं उसको व्हाट्सएप आदि के प्रयोग में ना लाएं इस तरह छोटी-छोटी सजकता बरत कर हम किसी बड़े जोखिम से बच सकते हैं।
अपना पैसा कहीं पर भी निवेश कर रहे हैं हमें भली-भांति उसे लीगल तौर पर जान लेना चाहिए। वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डा मनोरमा सिंह ने कहा कि हमारा समय के साथ संस्था में न जाना भी एक अपराध की श्रेणी में आता है । हमारे द्वारा किया गया छोटा सा करप्शन किसी के अधिकार को वंचित करता है। जो किसी भी राष्ट्र के विकास में बाधक है। कार्यक्रम का संचालन सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ रीना कुमारी ने करते हुए कहा कि सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम 30 अक्टूबर से 5 नवंबर के मध्य लोगों के मध्य जागरूकता लाने के लिए किया जा रहा है। अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन डॉ अनामिका सिन्हा ने किया इस दौरान डॉ कमल कुमार सक्सेना, डॉ योगेश पांडे ,डॉ पर्वत सिंह सहित विभिन्न अध्ययन केंद्र के समन्वयक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।