हाथरस गैंगरेप : पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई सामने, गर्दन पर चोट के निशान, टूटी हड्डियां
हाथरस गैंगरेप केस में पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता की जीभ काट दी गई थी और उसके गले, रीढ़ की हड्डी को भी आरोपियों ने तोड़ दिया था. ये रिपोर्ट दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की तरफ से जारी की गई है.
लखनऊ: हाथरस गैंगरेप की घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. 19 साल की दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या को लेकर कई जगह प्रदर्शन भी हो रहे हैं. लोगों में गुस्सा है और इंसाफ की मांग की जा रही है. हैवानगी करने वाले आरोपियों को फांसी देने की मांग भी उठ रही है. इस बीच पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता की गर्दन पर चोट के निशान हैं और हड्डियां भी टूटी हुई हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा होता है कि पीड़िता के साथ किस तरह की दरिंदगी की गई थी.
कई बार दबाया गया गला
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता की जीभ काट दी गई थी और उसके गले, रीढ़ की हड्डी को भी आरोपियों ने तोड़ दिया था. ये रिपोर्ट दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की तरफ से जारी की गई है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि पीड़िता की मौत का मुख्य कारण विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा. हालांकि, रिपोर्ट में गले पर चोट के निशान का भी जिक्र किया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार एक बार नहीं बल्कि, कई बार पीड़िता का गला दबाने की कोशिश की गई थी.
विसरा रिपोर्ट का इंतजार
पीड़िता की ओर से कई बार बचाव की कोशिश की गई, इस वजह से गर्दन की हड्डी भी टूट गई थी. अभी विसरा रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद इस बात की पुष्टि की जाएगी कि मौत का कारण क्या रहा.
इलाज के दौरान हुई मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही घटना के बारे में बताया गया है, जिसमें कहा गया है कि ये घटना 14 सितंबर सुबह नौ बजे की है और शाम को चार बजे के करीब पीड़िता को अलीगढ़ के अस्पताल में शिफ्ट किया गया. जब पीड़िता की हालत बिगड़ी तो 28 तारीख को उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में लाया गया. इलाज के दौरान 29 तारीख को सुबह 6.55 बजे पीड़िता की मौत हो गई.
एसआईटी कर रही है जांच
गौरतलब है कि 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. इस मामले के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से पूरे केस की जांच के लिए तीन सदस्यों की एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जो हाथरस पहुंच चुकी है. एसआईटी को सात दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी होगी.