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आंगनवाड़ी केंद्रों को “प्ले स्कूल” के तर्ज पर तैयार किया जाए : सीडीओ सौम्या

मुख्य विकास अधिकारी सौम्य पाण्डेय द्वारा विकास भवन सभागार में ग्रामों के सतत विकास हेतु तकनीकी सोच के साथ अग्रसारित होने हेतु ब्लॉक वार ग्राम प्रधानों के साथ ग्राम के विकास में आने वाली परेशानियों के निराकरण व प्रत्येक विकास खण्ड में विकास की लहर को आगे बढ़ाने हेतु पंचायती राज विभाग द्वारा चयनित सिविल व आर्किटेक्चर इंजीनियर के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की।

Story Highlights
  • ग्रामों के विकास हेतु ग्राम प्रधान व पंचायत राज विभाग द्वारा चयनित इंजीनियर कटिबद्ध होकर करें कार्य
  • शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता व स्वाबलंबन व अन्य पर कार्य सम्पादित कर करें और करें ग्राम का विकास : सीडीओ सौम्या

कानपुर देहात, अमन यात्रा ।  मुख्य विकास अधिकारी सौम्य पाण्डेय द्वारा विकास भवन सभागार में ग्रामों के सतत विकास हेतु तकनीकी सोच के साथ अग्रसारित होने हेतु ब्लॉक वार ग्राम प्रधानों के साथ ग्राम के विकास में आने वाली परेशानियों के निराकरण व प्रत्येक विकास खण्ड में विकास की लहर को आगे बढ़ाने हेतु पंचायती राज विभाग द्वारा चयनित सिविल व आर्किटेक्चर इंजीनियर के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अकबरपुर व सिकंदरा तहसील अंतर्गत मैथा, राजपुर, रोहिणी, खास बारा, आदि ग्रामों के ग्राम प्रधानों व प्रधान प्रतिनिधियों द्वारा अपने अपने ग्रामों में ग्राम समाज की भूमि पर कब्ज़ा, निराश्रित गौवंध व आवास संबंधित समस्याएं उठायी गयी, जिसके अनुरूप ग्राम बैना में 40 बीघा ग्राम समाज की भूमि में से 32 बीघा भूमि पर कब्जे व ग्राम रोहिणी एवं ग्राम खास बारा में भी ग्राम समाज की भूमि पर कब्जे की बात कही, जिसके संबंध में बताया गया कि यह मामले उपजिलाधिकारी सिकंदरा न्यायालय में लंबित है व शिकायत लिखित रूप में दी गयी, जिसको तत्काल संज्ञान में लेते हुए उन्होंने अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) को तत्काल प्रकरण के संबंध में जांच किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामों के सतत विकास हेतु सभी ग्राम प्रधानों से पूर्व से अच्छे तालाब को चयन कर उन्हें अमृत सरोवर में तब्दील किये जाने के साथ ही, ग्रामों में खेल मैदान, अमृत वाटिका आदि विकास के कार्य कराए जाने हेतु मार्गदंशन दिया। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान ग्राम का मुखिया होता है, जिसके ऊपर पूर्ण ग्राम के विकास का दारोमदार होता है।

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उन्होंने ग्रामों में क्लस्टर अनुसार सभी ग्राम में गौशाला निर्मित करने हेतु भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देशित किया जिसके संबंध में ग्राम प्रधान गुरदयी बुजुर्ग द्वारा बुन्देलखण्ड व औरैया बॉर्डर से आने वाले निराश्रित गौवंश व नंदी आने की बात बताई और बड़ी गौशाला उपलब्ध कराने का आग्रह किया जिसपर उन्होनें तत्काल भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए बड़ी गौशाला निर्मित करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास के अंतर्गत ग्राम में होने वाली धांधली को रोकने के लिए जनता को शासन द्वारा दिए जाने वाले धनु राशि को उनके खातों में सीधे पहुंचाने व मॉडल आवास निर्मित किए जाने हेतु विस्तार में चर्चा करते हुए आवास प्लस के अंतर्गत मैन्युअल सर्वे कराकर जरूरतमंदों को आवास उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिये।

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तदोपरांत उन्होंने पंचायती राज विभाग से चयनित सिविल व आर्किटेक्चर इंजीनियर से परिचय लेते हुए, उनको ग्रामों में संपूर्ण विकास हेतु प्रमुख बिंदुओं जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छता व स्वाबलंबन आदि बिंदुओं पर चर्चा करते हुए विकास के क्षेत्रों के अंतर्गत परिषदीय विद्यालय में कायाकल्प के नवीनतम तरीके के साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य व खानपान हेतु शेड सहित दिव्यांग शौचालय का स्थल चयन कर बनाये जाने के निर्देश दिए। उन्होनें शिक्षा के क्षेत्र में नवीन तरीके अपनाने व उनकी शिक्षा के स्तर को बढ़ाने हेतु नवीन तरीकों का इज़ात करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने ग्राम के विभिन्न विद्यालयों को मॉडल विद्यालय बनाने तथा आंगनवाड़ी केंद्रों को “प्ले स्कूल” के तर्ज पर तैयार किए जाने के साथ ही सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर मॉडल बाल वाटिका का निर्माण किए जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत एएनएम सेंटर तथा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के स्थल चयन करने के साथी आवास, स्वच्छता जैसे बिंदुओं के साथ ही ग्रामों को आदर्श ग्राम बनाने हेतु कूड़ा निस्तारण हेतु नवीन कदम उठाए जाने के निर्देश दिए।

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उन्होंने इस हेतु कूड़ा निस्तारण संयंत्र स्थापित करने तथा घूरा निस्तारित करने हेतु गोबर गैस पेट/ कंपोस्ट पिट तैयार किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने एनआरएलएम के अंतर्गत समूह की महिलाओं को नए-नए प्रयास से आगे बढ़ने एवं उनकी आजीविका को आगे बढ़ाने हेतु तकनीकी सहायक के रूप में उनको अग्रसारित करने के भी निर्देश दिए। इसी के साथ ही उन्होंने ग्राम के सतत विकास हेतु प्रयत्नशील रहने के निर्देश दिए। उन्होंने आलोक कुमार व अनुप्रिया को अनुबंध पत्र देकर अपना कार्य प्रारंभ करने तथा जिला पंचायत राज अधिकारी को उन्हें ग्राम विकास के कार्य को समझने हेतु जे0ई0 आरईएस के साथ ग्रामवार संबद्ध किए जाने के निर्देश दिये। इस दौरान परियोजना निदेशक, जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्राम प्रधान, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व सिविल व आर्किटेक्चर इंजीनियर उपस्थित थे।

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AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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