कानपुर, अमन यात्रा । दुष्कर्म पीडि़ता के पिता को कुचलने वाले ट्रक तक पहुंचने में आठ जगह से मिले क्लू मददगार साबित हुए। ट्रक की तलाश आसान नहीं थी, क्योंकि घटना के बाद ट्रक चालक गाड़ी लेकर फरार हो चुका था, मगर एक के बाद एक कडिय़ां जोड़ते हुए पुलिस की चार टीमों ने चार दिन में उसे पकड़ लिया। रविवार को डीआइजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस ने सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरे, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और टोल प्लाजा के रिकार्ड व फास्टैग रिकार्ड के आधार पर ट्रक तक पहुंचने में कामयाबी पाई।

ऐसे बढ़ी पुलिस की जांच

नंबर-1 : घटनास्थल के सामने देव मेडिकल स्टोर में लगे सीसीटीवी की रिकार्डिंग से पता चला कि जिस ट्रक से घटना हुई वह 12 टायरा ट्रक है, जिसका रंग लाल है। नंबर नहीं दिखा। एक लाल डीसीएम भी जाते दिखी।

नंबर-2 : घटनास्थल से 100 मीटर पहले घाटमपुर चौराहे की ओर मोबाइल शोरूम पर लगे सीसीटीवी कैमरे के रिकार्ड से पता चला कि संदिग्ध 12 टायरा लाल ट्रक तिरपाल से ढका था।

नंबर-3 : घटनास्थल से 200 मीटर आगे स्वराज ट्रैक्टर एजेंसी, भोगनीपुर रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे में यह संदिग्ध ट्रक जाते दिखा। इसके पीछे डीसीएम भी थी। इससे पुलिस को यकीन हो गया कि घटना इसी ट्रक से हुई है।

नंबर-4 : घटनास्थल से करीब 1.5 किमी आगे एडमायर्ड फ्लोर एजेंसी के सामने से भी यह ट्रक जाते दिखा। यहां लगे सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि ट्रक पर तिरपाल ढका है। आगे का हिस्सा सफेद और पिछला हिस्सा लाल है। यह रिकार्डिंग घटना के संभावित समय से पांच मिनट बाद की है।

नंबर-5 : घटनास्थल से छह सात किमी आगे कृष्णा ढाबे पर संदिग्ध ट्रक खड़ा दिखा। यहां सीसीटीवी रिकार्डिंग से पता चला कि ट्रक के नीचे बंपर पर सफेद मोटे तीर जैसे निशान हैं। ट्रक यहां करीब पौने दो घंटे रुका रहा। ट्रक से उतरे दो व्यक्ति ढाबे पर बैठे दिखे।

नंबर-6 : घटनास्थल लगभग 42 किमी आगे भोगनीपुर से औरैया रोड पर स्थित वैष्णव ढाबा में लगे सीसीटीवी कैमरे में संदिग्ध ट्रक जाते दिखा। इससे ट्रक के जाने के रास्ता का पता चला।

नंबर-7 : घटनास्थल से लगभग 110 किमी आगे अनंतराम टोल प्लाजा से ट्रक गुजरा तो पता चला कि ट्रक का नंबर जेएच 10बीके 1126 है। साथ ही फास्टैग रिकॉर्ड भी पुलिस को मिला। इसके अलावा अलीगढ़ के गबाना टोल प्लाजा से ट्रक के रात करीब 12 बजे करछना हापुड़ होते हुए आगे जाने की जानकारी मिली थी।

नंबर-8 : घटनास्थल से 55 किमी पहले बदौरी टोल प्लाजा से जब फास्टैग रिकार्ड से चेक किया गया तो सामने आया कि यह ट्रक इधर से गुजरकर ही घाटमपुर पहुंचा था तो तय हो गया कि हादसा इसी ट्रक से हुआ।