मुख्य सचिव शनिवार सुबह करीब साढ़े 10 बज अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने अस्पताल की इमरजेंसी, ओपीडी, टीकाकरण के केंद्र व पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की माइक्रोबॉयोलॉजी लैब का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई प्रकार की खामियां मिलने पर इसमें सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल में फाल सीलिंग टूटकर गिरने की व छत से पानी टपकने की घटना का भी संज्ञान लिया। इसे समस्या को ठीक करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उनके साथ चिकित्सा शिक्षा निदेशक आलोक सिंह मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद उन्होंने अस्पताल के बोर्ड रूम में बैठक की। जो करीब 1 घन्टे तक चली।

अस्पताल के निदेशक डॉ डीके गुप्ता को बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के साथ ही बढ़ोतरी के निर्देश दिए। अधिकारियों संग बैठक की बैठक के दौरान अस्पताल प्रबंधन की ओर से मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं से अवगत कराया गया। साथ ही कोरोना काल में मरीजों की आरटी पीसीआर जांच और कोविड 19 संक्रमित मरीजों के इलाज संबंधित जानकारी दी गई। अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों की चिकित्सा सुविधा में आ रही कमी से भी अवगत कराया गया। साथी इस बात से अवगत कराया गया कि अस्पताल में अभी भी कई सुविधाएं डॉक्टर ना होने के चलते बंद है, इसलिए शासन की ओर से जल्द से जल्द डॉक्टरों की उपलब्ध कराए जाए। जिसके चलते चिकित्सा सुविधा में सुधार हो सके।