बताया जाता है कि मंगलवार सुबह संपूर्णानगर कस्बे में पीलीभीत खीरी उपनिवेशन संघ के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर चुनाव होना था। संघ के 12 में से 11 सदस्य पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए जा चुके हैं इस पद पर काबिज होने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता उमा शंकर मिश्रा, हजारा पीलीभीत के रहने वाले परमेंद्र सिंह परसपुर संपूर्ण नगर के रहने वाले धीरज शुक्ला अध्यक्ष पद के दावेदार थे। ये सब भाजपा के ही कार्यकर्ता हैं। इन तीनों ने मंगलवार सुबह अपना नामांकन पत्र खरीद भी लिया था। बस पर्चा खरीदने के बाद ही भाजपा नेता और अन्य पद दावेदारों के बीच कहासुनी शुरू हो गई पहले धक्का-मुक्की और उसके बाद मारपीट व तोड़फोड़ होते भी देर न लगी बताया जाता है कि इस दौरान भाजपा के लोग हवाई फायरिंग करने लगे पूरे इलाके में भगदड़ मच गई सूचना पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई इस दौरान वहां पर मौजूद पलिया के तहसीलदार आशीष कुमार भी सहम गए और उन्होंने पूरी चुनावी प्रक्रिया पर रोक लगा दी ।

उन्होंने बताया कि जब तक उच्च अधिकारी इस पूरे मामले को अपने स्तर से देख कर निर्देशित नहीं करेंगे तब तक अगला कोई भी चुनावी कार्य नहीं किया जाएगा। जिला मुख्यालय से कई और भाजपा नेता, विधायक संपूर्णानगर के लिए रवाना हो गए हैं। पता चला है कि डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह विजय ढुल मौके पर रवाना हो रहे हैं। फिलहाल वहां तनावपूर्ण हालात हैं और बड़ी संख्या में फोर्स मौके पर पहुंच रही है।

बता दें कि साल 1956 में पीलीभीत उपनिवेशन संघ की स्थापना की गई थी जिसके तहत 12 कॉलोनियां पीलीभीत में और 12 कॉलोनी खीरी जिले में बनाई गई थी। जिसमें बाहर से आने वाले लोग बसाए गए थे । तब से ये संघ लगातार ऐसे लोगों की सँरक्षा के लिए बनाया गया है। हर पांच साल बाद इस संघ का चुनाव होता है । 2019 में चुनाव द्वारा होना था लेकिन कोरोना के कारण नहीं हो पाया। यह चुनाव आज मंगलवार को पूरा हो जाना था लेकिन उससे पहले यह अराजकता फैल गई।