गोरखपुर, अमन यात्रा । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। डाक्टर मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दे रहे लेकिन वहां अल्ट्रासाउंड नही हो रहा है। इसलिए मरीजों के सामने दिक्कतें बढ़ गई हैं। उनकी समझ में नहीं आ रहा कि इलाज कैसे हो।

बाहर शुल्क ज्यादा होने से दूसरे संस्थानों में इलाज कराने को मजबूर हो रहे मरीज

पिपराइच क्षेत्र के चिलबिलवा निवासी अखिलेश मौर्य को पेट में दर्द है। तीन दिन पहले उन्होंने एम्स के सर्जरी विभाग में दिखाया। डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड के लिए लिखा। जब वह काउंटर पर पैसा जमा करने गए तो बताया गया कि यहां अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा है। उन्हें मजबूरी में बाहर जाकर आठ सौ रुपये में अल्ट्रासाउंड कराना पड़ा। जबकि में एम्स में इसका शुल्क 255 व 323 रुपये है। झरना टोला दरगहिया निवासी प्रियंका ने स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में एक सप्ताह पूर्व डाक्टर को दिखाया। डाक्टर ने उन्हें अल्ट्रासाउंड कराकर आने का परामर्श दिया। काउंटर पर उनसे भी कहा गया कि बाहर करा लीजिए। बाहर जब उन्होंने सुना कि 1400 सौ रुपये शुल्क है तो वह महिला अस्पताल चली गईं। वहीं अपना अल्ट्रासाउंड कराकर इलाज करा रही हैं।