प्रमोद तिवारी ने नदी अधिकार यात्रा को हरी झंडी दिखाई

प्रमोद तिवारी ने नदी अधिकार यात्रा की शुरूआत करने के बाद उपस्थित लोगों से कहा कि मां गंगा और यमुना का निषादों से मां-बेटे का रिश्ता है। भाजपा सरकार ने मां और बेटा को अलग करने कार्य किया है। कांग्रेस की सरकार बनने पर पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के समय लागू कानून को बहाल किया जाएगा और नदी, मिट्टी और बालू पर निषाद समुदाय का हक होगा।

पहले दिन करीब तीन सौ लोग नदी अधिकार यात्रा के तहत पदयात्रा में शामिल हुए हैैं। इसमें अरैल, मवैया गांव के निषाद भी शामिल हैंं। सभी लोग यात्रा प्रभारी कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मनोज यादव की अगुवाई में अगले पड़ाव के लिए निकले हैं।

विपक्षी दलों ने इसे मुद्दा बना लिया है

विदित हो कि बसवार में चार फरवरी को बालू के अवैध खनन पर प्रशासन ने कार्रवाई की थी। विपक्षी दलों ने इसे मुद्दा बना लिया है। पहले समाजवादी पार्टी ने मोर्चा खोला फिर निषाद पार्टी आगे आई। इसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा की अगुवाई में कांग्रेस ने भी सरकार को निशाने पर ले लिया। प्रियंका गांधी वाड्रा 21 फरवरी रविवार को खुद बसवार गांव आईं थीं। उन्होंने तोड़ी गई नावों की मरम्मत के लिए 23 निषाद परिवारों को 10 लाख रुपये की सहायता प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से दिलवाई ही, नदी अधिकार यात्रा निकाले जाने का भी ऐलान कर दिया।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के मीरजापुर में यात्रा में शामिल होने के आसार

कांग्रेस महासचिव ने इस मसले पर सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लडऩे की बात कही है। नदी अधिकार यात्रा 20 मार्च को बलिया के मांझी घाट पर समाप्त होगी। इस दौरान कांग्रेसजन करीब 600 गांवों में लोगों से संवाद करेंगे। यात्रा मीरजापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर होते हुए बलिया पहुंचेगी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के मीरजापुर में यात्रा में शामिल होने के आसार हैैं।