कानपुर, अमन यात्रा । कलक्टरगंज के दाल मंडी इलाके में बुधवार की सुबह आंधी और बारिश के बाद गत्ता गोदाम में भीषण आग लग गई। आग की लपटों ने पास ही कबाड़ के गोदामों और बैट्री की दुकान को भी चपेट में ले लिया। कर्मचारी की सूचना पर पहुंची दमकल की छह गाड़ियों से जवानों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने से आसपास इलाके में दहशत बनी रही, घनी बस्ती होने के कारण लोग सड़कों पर आ गए।

बिरहाना रोड निवासी नीरज और उनके भाई आंनद का दाल मंडी में गत्ता व कबाड़ का गोदाम है। उनके पड़ोस में ही भूसाटोली निवासी विशाल का कबाड़ की पन्नी का गोदाम है। ये सभी टट्टर से घिरे हुए हैं। मूंगफली आढ़ती के कर्मचारी अभिषेक के मुताबिक बुधवार भोर पहर आंधी के बाद बारिश हुई। वह अपनी दुकान के बाहर ही सो रहा था। अचानक तेज धुंआ आने से सांस लेने में दिक्कत हुई तो जाग गये। बाहर देखा तो नीरज के गत्ता गोदाम में भीषण आग लगी थी। तेज हवा के चलते आग की लपटों ने भाई आनंद के कबाड़, पड़ोसी विशाल के पन्नी गोदाम, शिवम के ई-रिक्शा बैट्री की दुकान को भी चपेट में ले लिया।

चार गोदामों में भीषण आग की लपटें देखकर आसपास के लोग अपने घरों से बाहर आ गए। घना इलाका होने के कारण लोगों में आग फैलने को लेकर दहशत बनी रही। अभिषेक की सूचना पर कलक्टरगंज थाना पुलिस के साथ लाटूश रोड, मीरपुर, कर्नलगंज और फजलगंज फायर स्टेशन से छह गाड़ियां घटनास्थल पहुंची। दमकल जवानों ने आग बुझाना शुरू किया और करीब दो घंटे बाद क़ाबू पाया। हालांकि बाद में कई जगह आग सुलगती रही।

22 फरवरी को लिया था गोदाम

विशाल ने बताया कि बीते 22 फरवरी को ही उन्होंने गोदाम किराये पर लिया था। आग लगने से करीब 70 हजार के नुकसान का आंकलन है। जबकि नीरज ने 50 हजार और आनन्द ने करीब एक लाख के नुकसान की जानकारी दी है।

कटिया से हुआ शार्ट सर्किट

लाटूश रोड फायर स्टेशन के अग्निशमन अधिकारी सुरेंद्र चौबे ने बताया की अधिकांश टट्टर वाली दुकानों में कटिया से बिजली जलाई जाती है। आंधी में कटिया के तारों में शॉर्ट सर्किट होने से हादसा होने की जानकारी हुई है।

गत्ता गोदाम की तोड़ी दीवार

आग बुझाने के लिए दमकल जवानों ने गत्ता गोदाम की दीवार तोड़कर आग बुझानी शुरू की। जबकि एहतियातन राजेश मिश्रा के यहां रखे मिट्टी के तेल, मोबिल आयल के ड्रमों को हटवाया गया।