कानपुर,अमन यात्रा । चार साल के लंबे इंतजार के बाद रविवार की सुबह राष्ट्रपति पैतृक गांव परौंख पहुंच तो ग्रामीणों की खुशी दोगुनी हो गई। पथरी देवी मंदिर में करीब एक घंटे का पूजन करने के बाद अब राष्ट्रपति गांव के मैदान में बने पंडाल में मंच पर पहुंच गए हैं, उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी है। मुख्यमंत्री और राज्यपाल की मौजूदगी में अफसरों ने भी राष्ट्रपति का स्वागत किया है। वहीं राष्ट्रपति ने गांव में अपनों से मिलकर प्यार लुटाया। उनके साथ पत्नी सविता कोविन्द भी मौजूद हैं।

राष्ट्रपति के स्वागत भाषण में राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति ने दलितों के लिए बहुत काम किया और हमेशा विवादों से दूर रहे। राष्ट्रपति संसदीय परंपराओं के अच्छे जानकार हैं और जीवन भर वंचितों के लिए संघर्ष किया। आदिवासी गांव में क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने कई कार्य किये हैं। कार्यक्रम में राष्ट्रपति के भाई प्यारेलाल ने मोतीलाल गुप्ता को पितृ सम्मान, भाभी विद्यावती ने सुशीला देवी को मातृ सम्मान और भाई रामस्वरूप भारती व शिवकुमार ने वीरांगना झलकारी बाई इंटर कॉलेज के प्राचार्य विमल कुमार अग्निहोत्री को गुरु सम्मान से सम्मानित किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा राष्ट्रपति का अपने गांव प्रथम आगमन पर मैं प्रदेश की जनता की ओर से उनका अभिनंदन करता हूं। भारत की पुरातन परंपरा ही हमे स्वावलंबन और अनुशासन के साथ हमे आगे बढ़ाती हैं, विश्व में हमें विशिष्ट पहचान दिलाती है। कहते हैं जननी और जन्मभूमि का कोई विकल्प नहीं होता, आज पहली बार मैं भी इस गांव में आया हूं।

यहां पर राष्ट्रपति की स्मृतियां जुड़ी हुई हैं, उन्हें मैंने भी नजदीक से देखा, जन्मभूमि के प्रति हमारे भी दायित्व हैं। राष्ट्रपति जी ने यह दायित्व पूरा किया है और अपनी जन्मस्थली को मिलन केंद्र के रूप में दान किया। साथ ही अपने जीवन भर की कमाई को वीरांगना झलकारी बाई इंटर कॉलेज के निर्माण में दान कर दिया। यही वजह है कि आज परौख गांव देश और दुनिया में अपना विशिष्ट स्थान बना रहा है।

मैंने पथरी देवी मंदिर के दर्शन भी किए, मंदिर के निर्माण में पिता ने चार धाम की यात्रा से लौटने के बाद योगदान दिया था। उत्तर प्रदेश ने देश को सर्वोच्च पदों पर कई विभूतियां दी हैं, इस समय राष्ट्रपति जी कानपुर देहात के रहने वाले हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी है।

सौभाग्य की बात है हमने राष्ट्रपति के गांव के विकास के लिए कुछ योजनाएं बनाई है। मुख्यमंत्री ने कानपुर देहात में मेडिकल कालेज बनवाने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, जांच कराने से पीछे मत भागें और बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगवाएं।