समिति के सदस्यों ने वाल्मीकि समाज, पटरी दुकानदारों, ठेला संचालकों, सब्जी-फल विक्रेताओं, श्रमिकों, किसानों एवं छात्रों से बात की। बहराइच के बाद प्रदेश के सभी मंडलों के कम से कम एक जिले में कांग्रेस मैनिफेस्टो कमेटी के सदस्य जनसंवाद करेंगे। इस मुहिम की शुरुआत बहराइच करने के पीछे यही कारण है कि यहां कांग्रेस का पिछला चुनावी प्रदर्शन बढिय़ा रहा है। 2012 के विधानसभा चुनाव में उसे यहां की सात में दो सीटों पर सफलता और चार पर मजबूत जनसमर्थन मिला था।

इसके बाद 2017 में जब उसने सपा से गठबंधन किया तो अपने कोटे में दो सीटें महसी एवं नानपारा मिली, जहां हार झेलनी पड़ी। 2009 लोकसभा चुनाव जीतने वाली कांग्रेस को 2014 एवं 2019 में शिकस्त मिली। पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने बताया कि यह क्षेत्र अत्यंत पिछड़ा है। ऐसे में यहां जनता की बात ज्यादा बेहतर ढंग से समझी जा सकती है। हम जनता के बीच जाकर उनसे पूछकर ही घोषणापत्र तैयार करेंगे।