लखनऊ/कानपुर देहात। प्रदेश के सभी जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा। इन उत्कृष्ट केंद्रों पर डिजिटल पुस्तकालय, इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी (आइसीटी) लैब इत्यादि की व्यवस्था होगी। प्रत्येक डायट का 15 करोड़ रुपये से कायाकल्प किया जाएगा।
पहले चरण में इस वर्ष 13 डायट को चुना गया है। द्वितीय चरण में कानपुर देहात का नाम है। फिलहाल प्रथम चरण में लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर, गोरखपुर, अलीगढ़, झांसी, कानपुर नगर, इटावा, लखीमपुर खीरी, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर शामिल हैं। यहां ट्रेनिंग ले रहे डीएलएड के प्रशिक्षुओं और परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के प्रशिक्षण में तकनीक का भरपूर प्रयोग किया जाएगा।
शिक्षकों को निरंतर व्यावसायिक विकास का अवसर प्रदान किया जाएगा ताकि वह समसामयिक शिक्षण विधियों के साथ तालमेल बैठा सकें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 में शिक्षण प्रशिक्षण और डायट को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है। अभी 70 जिलों में डायट बने हैं। गाजियाबाद, अमेठी, शामली, कासगंज और संभल में डायट निर्माणाधीन हैं।
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