“…फिर जनता का क्या मतलब होगा?”
इस कानून को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह चुके हैं कि इस कानून में यह लिखा है कि अब से दिल्ली सरकार का मतलब होगा एलजी. फिर हमारा क्या मतलब होगा, फिर जनता का क्या मतलब होगा, फिर देश की जनता का क्या मतलब होगा. अगर दिल्ली सरकार का मतलब एलजी होगा, तो दिल्ली की जनता कहां जाएगी. दिल्ली की जनता की चलेगी या नहीं चलेगी, मुख्यमंत्री कहां जाएगा. फिर चुनाव क्यों कराए थे.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि देश के सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने स्पष्ट तौर पर 2018 में फैसला दिया कि दिल्ली में सरकार का मतलब लोकतांत्रिक ढंग से, जनता के वोट से चुनी हुई एक सरकार होगी, जिसकी अगुआई दिल्ली के मुख्यमंत्री करेंगे, एलजी नहीं. उस आदेश में माननीय सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ ने कहा कि पुलिस, पब्लिक ऑर्डर और जमीन इन तीन विषयों को छोड़कर सारे अधिकार दिल्ली की चुनी हुई सरकार के पास होंगे.
बता दें, संसद ने इस कानून को पिछले महीने पारित किया था. लोकसभा ने 22 मार्च को और राज्य सभा ने 24 मार्च को इसको मंजूरी दी थी. जब इस विधेयक को संसद ने पारित किया था तब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे ‘भारतीय लोकतंत्र के लिए दुखद दिन’ करार दिया था.
CO साहब सैदूपुर के गोविंद मौर्य की JCB कब करेंगे सीज -मानक के अनुरूप कर…
पुखरायां।केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के घोषित परीक्षा परिणाम में कानपुर देहात के पुखरायां कस्बे के…
पुखरायां।कानपुर देहात से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है।यहां पर बीते मार्च एक युवक शादी…
कानपुर देहात। मुख्य निर्वाचन अधिकारी उ०प्र० लखनऊ के निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी / जिला…
कानपुर देहात। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की दीक्षा प्रोफाइल में विकासखंड व विद्यालयों की मैपिंग…
कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किन्हीं कारणवश अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले 6…
This website uses cookies.