कानपुर, अमन यात्रा । सीपीसी गोदाम में मिला शव रायबरेली के अशं का था, दोस्तों ने कुकर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। फोटो देखकर बेटे की पहचान करने वाली मां की निशानदेही पर पुलिस ने दोस्त को गिरफ्तार किया तो सारा सच सामने आ गया। पुलिस की छानबीन में हत्या की वजह मोबाइल बताई जा रही है। हालांकि पुलिस ने आरोपित के साथी की तलाश कर रही है।

रायबरेली के गदागंज थाना क्षेत्र में रहने वाला अंश कुमार बीती 5 सितंबर को दोस्त उत्तम कुमार के साथ कानपुर आया था। 6 सितंबर की सुबह उत्तम कुमार गांव पहुंच तो उसे देखकर मां को संदेह हुआ। अंश का मोबाइल स्विच ऑफ होने पर मां ने उत्तम से पूछताछ की। इसपर उसने अंश को काम दिलाकर वापस आने की बात कही। फोन बंद होने की जानकारी पर वह टालमटोल कर गया। कलेजे के टुकड़े के लिए मां की ममता परेशान हो रही थी और आखिर उन्होंने रायबरेली के गदागंज थाने में उत्तम के खिलाफ तहरीर देकर अंश की गुमशुदगी दर्ज कराई। कुछ पता नहीं चला तो मां ने कानपुर पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस द्वारा दिखाई गई फ़ोटो से उन्होंने अंश की शिनाख्त कर ली।

अनवरगंज पुलिस ने घटना की जानकारी लेने के बाद उत्तम कुमार से पूछताछ की लेकिन सटीक जानकारी न मिल पाई। पुलिस ने अंश के मोबाइल की सीडीआर की जांच कराई तो पता चला मोबाइल फोन बादशाही नाका थाना क्षेत्र में रिपयेरिंग दुकानदार शिखर तिवारी के पास है। पुलिस ने शिखर से संपर्क किया तो उसने बताया कि मोबाइल सरदार उर्फ बाबा उर्फ दिनेश वर्मा ने रिपयेरिंग के लिए दिया है। पुलिस ने सरदार उर्फ बाबा उर्फ दिनेश वर्मा को पकड़ा तो हत्या का पर्दाफाश हो गया।

सरदार उर्फ बाबा उर्फ दिनेश वर्मा और उसका दोस्त आमिर उर्फ बंगाली रिक्शा चलाते हैं। दोनों ही उत्तम कुमार के अच्छे दोस्त हैं, जिसकी वजह से उनकी दोस्ती अंश से हो गई थी। अंश कानपुर काम के लिए आया तो सरदार और आमिर साथ में रिक्शे पर सीपीसी गोदाम गए। दोनों ने अंश के साथ कुकर्म किया और विरोध पर ईंट से कुचलकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने सरदार उर्फ बाबा उर्फ दिनेश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है और आमिर उर्फ बंगाली की तलाश कर रही है। अंश का मोबाइल और घटनास्थल से चप्पल व हत्या में प्रयोग ईंट भी बरामद कर ली है।