कानपुर, अमन यात्रा । निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मियों के स्वर मुखर हो गए हैं। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान के बाद सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल बैंक कर्मियों ने शुरू कर दी है। सुबह दस बजे बैंक पहुंचते ही कर्मचारियों ने गेट के बाहर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। शहर में चार सौ से ज्यादा बैंक शाखाओं में कामकाज नहीं हुआ और ग्राहक बैरंग लौटने को मजबूर हुए। कुछ बैंक शाखाओं पर गेट पर हड़ताल की त्ख्ती टांग दी गई।

यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस 15 और 16 मार्च को दो दिवसीय हड़ताल का एलान किया था। सभी बैंकों के कर्मचारी निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत सोमवार की सुबह शहर में बिरहाना रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक, गोविंद नगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक तथा किदवई नगर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के अलावा माल रोड स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाहर अधिकारियों और कर्मचारियों की भीड़ एकत्र हुई। इसके बाद कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले हुई हड़ताल में कानपुर नगर के संयोजक सुधीर सोनकर ने कहा कि बैंक कर्मचारी सरकारी बैंकों का निजीकरण नहीं होने देंगे और पूरी तरह संघर्ष करेंगे। वही इस आंदोलन में ग्रामीण बैंक के अधिकारियों कर्मचारियों के जुड़ने से हड़ताल और भी मजबूत हो गई है। हड़ताल में स्टेट बैंक समेत सभी बैंक शामिल हैं। शहर में सरकारी बैंकों की 400 से अधिक शाखाओं में काम बंद रहा। बिरहाना रोड पर बैंक कर्मचारियों ने सुबह जुलूस भी निकाला।