पटना, अमन यात्रा ।  उत्‍तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर वीआइपी अध्‍यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ताबड़तोड़ सभाएं कर रहे हैं। इस क्रम में उनके कई बयान ऐसे आ रहे हैं जो सत्‍ताधारी दलों के गले की फांस बनते जा रहे हैं। नतीजा है कि भले सभाएं यूपी में हो रही हैं लेकिन उसकी आंच बिहार की सियासत को भी गर्म कर सकती है। एक बार फिर मुकेश सहनी ने ऐसा बयान दिया है जो जदयू और भाजपा, दोनों को असहज लग सकता है। मिर्जापुर में 23 अक्‍टूबर को जनचेतना रैली को संबोधित करते हुए बिहार सरकार पर बड़ा बयान दे दिया है। उन्‍होंने कहा कि उनकी बदौलत ही नीतीश कुमार बिहार के मुख्‍यमंत्री बने। उनकी बदौलत ही यह सरकार चल रही है। यह बात अलग है कि उन्‍होंने हमें मरने के छोड़ दिया था।

अनशन किया तो सरकार ने मरने के लिए छोड़ दिया 

चुनावी सभा में मुकेश सहनी ने बिहार सरकार पर निशाना साधा। एक तरह से बड़ा आरोप लगा दिया। उन्‍होंने कहा कि निषाद समाज के हक और अधिकार के लिए जब उन्‍होंने पटना के गांधी मैदान में अनशन किया था तब सरकार ने उन्‍हें मरने के लिए छोड़ दिया था। सात दिनों तक वे अनशन पर बैठे रहे लेकिन सरकार तो क्‍या उसके किसी नुमाइंदे ने उनकी कोई सुध नहीं ली। मरने के लिए छोड़ दिया। वे चाहते थे कि ये मर जाए। लेकिन तब मुझे लगा कि मेरे मरने से समाज का कल्‍याण नहीं होगा। हमें तो संघर्ष करना है। तब केंद्र सरकार के मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को उन्‍होंने काल किया। उनसे कहा कि उनका अनशन तोड़वाएं क्‍योंकि यह सरकार चाहती है कि मैं मर जाऊं।

74 सीट वाले से कम नहीं हमारी ताकत

अपने संबोधन में मंत्री ने यह भी कहा कि बिहार में भले उनकी पार्टी के चार विधायक हैं लेकिन ताकत 74 सीट वाले से और 42 सीट वाले से किसी तरह से कम नहीं है। हमारी पार्टी ने समर्थन दिया तब बिहार में सरकार बनी। हमारी पार्टी ने समर्थन देकर बिहार में मुख्‍यमंत्री बना दिया। आप कह सकते हैं कि निषाद के बेटे की बदौलत बिहार में सरकार बनी है।