भूतिया हवेली/रात में कांच टूटने के साथ आती हैं घुंघरूओं की आवाजें

हवेली की खास बात यह है कि कमरे के अन्दर कमरे बने हुए है और कमरे से ही ऊपर जाने के लिए सीढी बनी हुई है। हवेली में लगा लाखों रूपये का बेशकीमती सामान खिडकी, दरवाजे, नल, टोटी व अन्य चीजों को चोर उखाड कर ले गये है।

 

एस0खान/औरैया। भादों महीने की काली अंधेरी रात में घनघोर बारिश हो रही थी कि एक गाडी सडक के किनारे अचानक आकर रूकती है। गाडी के मालिक ने देखा कि गाडी का पेट्रोल खत्म हो गया है। अब वो रात के अंधेरे में कही रूकने के लिए जगह तलाशने लगा तभी एक तरफ कुछ ही दूरी पर रोशनी नजर आती है। गाडी मालिक उसी रोशनी की तरफ चल पडता है। पास जाकर देखने पर पता चलता है कि वो एक खूबसूरत हवेली है जिसमें उस हवेली का केयरटेकर व उसकी बेटी रहती है। गाडी मालिक ने वहां रूकने की आरजू की और वही रात गुजारने के लिए एक कमरे में सो जाता है। जब सुबह आंख खुलती है तो उसके शरीर में एक कंकाल लिपटा हुआ मिलता है और न कही बारिश हुई थी और उसकी गाडी का पेट्रोल टैंक भी फुल था। यह देखकर वो वहां से अपनी गाडी की तरफ भागता है। यह अजीबो गरीब वाक्या हाइवे नम्बर-2 पर होडल के पास स्थित एक खूबसूरत हवेली में अक्सर सुनने को मिलता है। ऐसा यहां के आसपास के गांवों में कहानी जनश्रुतियों में सुनने को मिलती है। इसी के कारण लोग इसे भूतिया हवेली के नाम से जानते है।
कैसे बनी भूतिया हवेली

फरीदाबाद के बावन मोड पर बनी हवेली जहां भूतों का बसेरा बताया जाता है। उसके अन्दर 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हवेली के आसपास के लोगों व जनश्रुतियों के माध्यम से अजीबो गरीब खौफनाक कहानी पता चली। दिल्ली के एक उद्योगपति ने बावन मोड पर एक खूबसूरत हवेली का निर्माण कराया था। कहा जाता है कि वो एक होटल था कुछ लोग बताते है कि उसने अपने परिवार के रहने के लिए बनवाया था। बनने के दिन से ही वो हवेली विवादों में आ गई और उस हवेली के मालिक और जमीनदार के बीच विवाद हो गया। बहरहाल किसी तरह वो हवेली बनकर तैयार हो गई। कहा जाता है कि न ही वो हवेली मालिक यहां रहने आया और न ही वहां होटल चालू हो सका। तो फिर आखिर ऐसा यहां क्या हुआ कि रातों रात यह हवेली भूतिया हवेली बन गई। इसके पीछे भी एक डरावनी कहानी है।

जनश्रुतियों में ऐसा कहा जाता है कि हवेली बनने के बाद यहां एक केयरटेकर रामजीवन अपनी लडकी मंजू के साथ रहते थे। एक रात भादो के महीने में अंधेरी रात में तेज बारिश हो रही थी। तभी एक कार सवार व्यक्ति रात में अपनी गाडी का पेट्रोल खत्म हो जाने की बात कह कर उस हवेली में रूकने के लिए आता है। उस समय केवल एक कमरे में बेड व सोफा पडा था जो आज भी वहां पडा हुआ है। उस व्यक्ति के रूकने के लिए अच्छा इंतजाम किया गया खाना खाने के बाद रात में उस व्यक्ति ने उस केयरटेकर की बेटी के साथ जबरदस्ती की। वो अपने आपको बचाने के लिए रात के अंधेरे में चिल्लाती रही जब तक उसे बचाने के लिए उसका पिता आता तब तक उसने उस लडकी को मौत के घाट उतार दिया। साथ ही उसके पिता को भी वही मार डाला। बस यही से इस हवेली के भूतिया बनने की कहानी शुरू हो जाती है। अब ऐसा कहा जाता है। कि वो लडकी और उसके पिता की आत्मा आज भी यहां आने वालों के साथ अपनी मौत का बदला लेती है। जब भी कोई यहां रात के अंधेरे में आता है तो वह जिन्दा वापस नही जाता है और उसकी मौत हो जाती है। अब तक यहां 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। रात में यहां अब भी कांच के टूटने व चीखने चिल्लाने की आवाजे आती है। जिस कमरे में ये हादसा हुआ था उससे रात में आज भी अजीब तरह की खुशबू आने, किसी के चहलकदमी करने, घुंघरूओं व पायल बजने की आवाजें आती हैं।शाम ढलते ही भूतों का तांडव होने लगता है।

असल सच्चाई है क्या
हवेली मालिक व जमीनदार के बीच शुरू से ही विवाद रहा है। हवेली बनने के बाद ठीक से रंग रोगन भी नही हो पाया था कि जमीनदार और हवेली मालिक के बीच विवाद बढ गया जिससे घबराकर मालिक इसे छोडकर भाग गया। अब हवेली मालिक करोडों की सम्पत्ति को औने पौने दामों में बेचना चाहता है। चूंकि यह विवादित जगह है इसलिए इसे कोई न ले इसके पीछे भूत प्रेत कह कर कई तरह की कहानिया बताई गई। हवेली में रात में किसी के न रहने पर यहां चोर बदमाश आकर अपना डेरा जमा लेते है। उनके छिपने के लिए इससे सुरक्षित जगह कोई और वहां नही है इसीलिए भूतों की बातें फैलाई गई। जब भी रात मे कोई वहां गया तो वहां छिपे लोगों ने लूट के इरादे से कई लोगों की हत्याए कर दी जिससे पूरा इलाका भूतों द्वारा हत्याए किये जाने की अफवाहों से दहशत में है। इस खूबसूरत हवेली में कुल 25 कमरे तीन पोर्शन है। हवेली की खास बात यह है कि कमरे के अन्दर कमरे बने हुए है और कमरे से ही ऊपर जाने के लिए सीढी बनी हुई है। हवेली में लगा लाखों रूपये का बेशकीमती सामान खिडकी, दरवाजे, नल, टोटी व अन्य चीजों को चोर उखाड कर ले गये है। आज ये हवेली पूरी तरह से वीरान पडी हुई है। बहरहाल हाइवे नम्बर-2 पर मौजूद करोडों की हवेली का विवाद खत्म हो जाय तो आज भी यह हवेली एक खूबसूरत रिहायशगाह व एक खूबसूरत होटल बन सकती है। आज के वैज्ञानिक युग में भूतप्रेत जैसी कोई चीज नही होती है।

नोट हवेली के भूतिया होने की बाते सिर्फ जनश्रुतियों पर आधारित हैं इसमें सत्यता का दावा नही किया जाता है

Author: AMAN YATRA

SABSE PAHLE

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