कानपुर,अमन यात्रा । जमीयत उलमा शहर कानपुर के तत्वावधान में परेड ग्राउंड पर चल रहे मेराजनुन्नबी के जलसे में महाराष्ट्र के मुफ्ती सैयद मुहम्मद हुजै़फा क़ासमी ने कहा कि पैगंबर ए इस्लाम इंसानियत के लिए रहमत बनाकर भेजे गए। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने पैगंबर ए इस्लाम को मक्का से पहले बैतुल मकद्दिस फिर वहां से अपने पास बुलाया । इस विशेष मुलाक़ात में अल्लाह ने पैगंबर ए इस्लाम को बहुत सी नेमतों से नवाज़ा। मेराज में ही पांच वक्त की नमाज का तोहफा मिला। पैगंबर ए इस्लाम सारे जहान और सारी इंसानियत के लिए रहमत बनाकर भेजे गये।

जमीयत उलमा कानपुर के महासचिव मौलाना अमीनुल हक़ अब्दुल्लाह क़ासमी ने कहा कि अंतिम नबी की शरीयत क़यामत तक महफूज़ रहेगी। हमें पैगंबर ए इस्लाम की व्यक्तित्व का अध्ययन करना चाहिए। मेराज में नमाज का तोहफा मिला है, इसपर अमल करें। दिन भर में पांच वक्त की नमाज अदा करें। इससे पूर्व जलसे की शुरुआत कारी मुजीबुल्लाह इरफानी ने कुरआन शरीफ की तिलावत से की।

मुफ्ती उस्मान क़ासमी व मौलाना अंसार अहमद जामई ने जलसे का संचालन किया। हाफिज़ मोहम्मद मसूद ने नात का नज़राना पेश किया। इस अवसर पर जमीअत उलमा कानपुर के अध्यक्ष डा.हलीमुल्लाह खां, मौलाना मुहम्मद शफी मज़ाहिरी, मौलाना मुहम्मद अनीस खां क़ासमी, मौलाना सईद खां क़ासमी, मौलाना अनीसुर्रहमान क़ासमी, मौलाना फरीदुद्दीन क़ासमी,मौलाना मक़सूद नदवी, हाफिज मुहम्मद रेहान, मौलाना मुहम्मद ताहिर, क़ारी अब्दुल मुईद चौधरी, मुफ्ती इज़हार मुकर्रम क़ासमी, मौलाना कलीम जामई, क़ारी शमशाद, क़ारी मुहम्मद ग़जाली खां आदि मौजूद रहे।