दरअसल, आईपीएल में सट्टे का यह कारोबार अयोध्या से होता हुए प्रदेश की राजधानी लखनऊ के जरिए देश की राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है। इनकी जड़ें इतनी गहरी हैं कि हर किसी तक पहुंच पाना भी पुलिस के लिए आसान नहीं है लेकिन कोतवाली नगर प्रभारी नितीश कुमार श्रीवास्तव का दावा है गिरफ्तार सोनू उर्फ रवि कुमार पुत्र रोशनलाल निवासी दुर्गामाता मंदिर के पास रामनगर थाना कोतवाली नगर और लखनऊ के आशियाना थाना क्षेत्र के ख्वाजा इनक्लेव औरंगाबाद खालसा निवासी वसीम अहमद पुत्र अतीक अहमद ने पूछताछ में कई बड़े राज खोले हैं। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि सभी बड़े सटोरियों की जड़ें खंगाली जा रही हैं। पुलिस की मानें तो वसीम सट्टे की रकम लखनऊ ले जाने का काम करता था और फिर यह रकम दिल्ली पहुंचाई जाती थी। पुलिस सभी कडिय़ों को जोडऩे में लगी है। कोतवाली नगर और कैंट थाना पुलिस पहले भी दर्जन भर से अधिक सटोरियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ जुआ अधिनियम, ठगी, धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली नगर प्रभारी के अलावा एसआई सत्यप्रकाश यादव, एसआई अमर कुमार चौरसिया आदि शामिल रहे।

पुलिस टीम को 10 हजार का ईनाम

सट्टे की कडिय़ों को तोडऩे और बड़ी सफलता हाथ लगने पर डीआईजी दीपक कुमार ने एएसपी निपुण अग्रवाल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 10 हजार रुपये का पुरस्कार देकर उनका मनोबल बढ़ाया है। उन्होंने पुलिस टीम की पीठ भी थपथपाई।

 

जिले के बड़े सट्टेबाजों की जल्द हो सकती है गिरफ्तारी