कानपुर, अमन यात्रा । राजकीय विद्यालयों में सौ फीसद छात्रों की उपस्थिति हो और अध्ययन का बेहतर माहौल बने, इसके लिए सरकार प्रयास तो खूब कर रही है। हालांकि शिक्षा विभाग के अफसरों को अपेक्षा के अनुरूप सफलता नहीं मिल रही है। अब इन विद्यालयों में पढ़ाई कैसी है, शिक्षा की गुणवत्ता का स्तर क्या है, यह जानने के लिए ऑनलाइन ग्रेडिंग कराई जाएगी। इस संबंध में निदेशक (मा.शिक्षा) की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। हर माह एक से 10 तारीख के बीच ग्रेडिंग कराई जाएगी और पूरे वर्ष भर चार अलग-अलग चरणों में ग्रेडिंग होगी।

वर्ष 2015 से हुई थी शुरुआत, नतीजा सिफर

माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने अपने निर्देशों में इस बात का जिक्र किया, कि वर्ष 2015 से राजकीय विद्यालयों में ग्रेडिंग की शुरुआत हुई थी, हालांकि अफसरों की संवेदनहीनता और लचर रवैए के चलते ग्रेडिंग का क्रम चल नहीं सका। इस बात को लेकर उन्होंने खेद भी जताया।

इन चार चरणों में होगी ग्रेडिंग

पहला चरण : अप्रैल से जून

दूसरा चरण : जुलाई से सितंबर

तीसरा चरण : अक्टूबर से दिसंबर

चौथा चरण : जनवरी से मार्च

इनका ये है कहना 

राजकीय विद्यालयों में अब गंभीरता से ग्रेडिंग कराई जाएगी। मंडल के जिस राजकीय विद्यालय की ग्रेडिंग खराब होगी, वहां के प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे। – के के गुप्ता, संयुक्त शिक्षा निदेशक