कानपुर, अमन यात्रा । शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए आउटर रिंग रोड बनाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। आउटर रिंग रोड ने पहले चरण में जीटी रोड को मंधना से सचेंडी के पास कानपुर- इटावा हाईवे से जोडऩे के लिए सड़क बनाने का निर्णय लिया है। एनएचएआइ मुख्यालय से इस पर सैद्धांतिक मंजूरी भी मिल गई। ऐसे में अब जैसे ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी सबसे पहले मंधना से सचेंडी के बीच भूमि लेने के लिए अधिसूचना जारी कराई जाएगी।

शहर से कानपुर-हमीरपुर होते हुए कबरई हाईवे, इटावा से कानपुर होते हुए प्रयागराज हाईवे, कानपुर-लखनऊ हाईवे, कानपुर-अलीगढ़ जीटी रोड गुजरते हैं। इस वजह से जाम लगता है। जाम की समस्या के समाधान के लिए ही उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति ने एनएचएआइ के माध्यम से वर्ष 2012 में रिंग रोड की स्थापना की योजना तैयार कराई थी और उसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय भेजा गया था। 2020 तक यह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में रहा। दैनिक जागरण द्वारा चलाई गई मुहिम के बाद वर्ष 2012 में रिंग रोड की स्थापना की योजना तैयार कराई

परिणाम यह हुआ कि भूमि अधिग्रहण समिति ने भी इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी। अब डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने का कार्य अंतिम दौर में है। इसी के साथ ही भूमि अधिग्रहण के लिए कानपुर, उन्नाव और कानपुर देहात में सक्षम प्राधिकारी की तैनाती भी हो चुकी है। अब डीपीआर को मंजूरी मिलने के तत्काल बाद अधिसूचना जारी कराई जाएगी। अधिसूचना संबंधी तैयारी भी पूरी है। 93 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड बनाने के लिए पांच हिस्सों में काम किया जाना है। एनएचएआइ की ओर से भूमि, मुआवजा राशि आदि जानकारियां संबंधित पोर्टल पर फीड की जा रही हैैं। मंधना से सचेंडी के बीच 20 गांवों की भूमि ली जानी है। इसका डाटा भूमि राशि पोर्टल पर अपडेट कर दिया गया है। इसमें दर्ज गाटा संख्या की जांच पड़ताल एनएचएआइ के मुख्यालय में की जा रही है। कोशिश यह भी है कि डीपीआर मंजूर होने से पहले ही मंधना से सचेंडी के हिस्से के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना अलग से जारी हो जाए। अगर इस पर सहमति बनती है तो 10 दिन में अधिसूचना जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी। इसके बाद किसानों से आपत्ति ली जाएगी।

इनका ये है कहना

  • पहले चरण में मंधना से सचेंडी तक सड़क बनाई जाएगी। इस वजह से मंधना और सचेंडी के गांवों की जमीन का अधिग्रहण पहले किया जाएगा। -पंकज मिश्रा, परियोजना निदेशक, एनएचआइ
  • 93 किलोमीटीर लंबी है आउटर रिंग रोड
  • 19 किलोमीटर है मंधना- सचेंडी के बीच का हिस्सा
  • 560 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण रिंग रोड के लिए होना है।
  • 5182.37 करोड़ रुपये 93 किमी रिंग रोड के निर्माण पर खर्च होना है।

रिंग रोड की संरचना इस प्रकार है : जीटी रोड पर मंधना से शुरू होकर सचेंडी के पास कानपुर-इटावा हाईवे को जोड़ेगी। सचेंडी से रमईपुर के पास कानपुर-हमीरपुर हाईवे, रमईपुर से रूमा के पास कानपुर-प्रयागराज हाईवे, रूमा से आटा के पास कानपुर- लखनऊ हाईवे और आटा से मंधना के पास जीटी रोड तक सड़क बनेगी।