कानपुर,अमन यात्रा ।अखंड सौभाग्य के महापर्व के रूप में करवाचौथ पर्व पर इस बार खास महामंगल योग बन रहा है्, जिसमें सुहागिनें चांद का दीदार करेंगी। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी 24 अक्टूबर को करवा चौथ व्रत पूजन इस बार रोहिणी नक्षत्र और वरीयान योग में मनाया जाएगा। इस योग में पूजन करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।  करवाचौथ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है करवा यानी मिट्टी का बर्तन और चौथ यानि चतुर्थी। इस त्योहार में सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रहकर अपने पति की दीर्घायु के लिए प्रार्थना करती हैं। करवाचौथ का त्योहार पति-पत्नी के मजबूत रिश्ते, प्यार और विश्वास का प्रतीक माना जाता है। करवाचौथ का महापर्व महामंगल योग में मनाया जाएगा और रोहिणी नक्षत्र होने के चलते यह सिद्ध अमृत योग रहेगा।