लखनऊ,अमन यात्रा । महर्षि वाल्मीकि की जयंती को प्रदेश सरकार खास बनाने जा रही है। ऐसा पहली बार हो रहा है जब 20 अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती के दिन प्रदेश भर में भगवान राम और हनुमान मंदिरों के साथ ही पौराणिक स्थलों पर रामचरित मानस का पाठ होगा। यह पाठ आठ, 12 और 24 घंटे तक अनवरत चलेगा। सरकार की इस योजना का खाका संस्कृति विभाग ने तैयार किया है। यह आयोजन भी आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर चल रहे महोत्सव के अंतर्गत किया जाएगा।

तीन चरणों में होने वाले रामचरित मानस पाठ और अन्य आयोजन के लिए श्रीराम, हनुमान मंदिर सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का प्रदेश भर में चयन होगा। जयंती को खास बनाने के लिए प्रदेश भर में चयनित मंदिरों में होने वाले आयोजन के लिए एक-एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे। रामचरित मानस पाठ का आयोजन जिलों के साथ-साथ तहसील और विकास खंडों तक होगा। हर जगह आयोजन के लिए समितियां गठित की जाएंगी। संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने सभी मंडलायुक्तों के साथ ही जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में आयोजन से जुड़े बिंदुओं की जानकारी दी है। जयंती के एक दिन पहले 19 अक्टूबर को शाम तक सभी आयोजन स्थल पर रामचरित मानस की उपलब्धता के साथ ही सभी तैयारियों की फोटोग्राफी कर संस्कृति विभाग को भेजनी होगी, जिससे आयोजन में किसी तरह की कमी न रहे। रामचरित मानस के पाठ का वीडियो भी बनाना होगा, जिसे संस्कृति विभाग को भेजना होगा।