लखनऊ,अमन यात्रा। शांत तथा सौम्य रहने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के जिलाध्यक्षों के खिलाफ बड़ा सख्त एक्शन लिया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के दौरान शनिवार को एक्टिव न रहने वाले 11 जिलों के पार्टी अध्यक्ष को करारा सबक दिया है। सपा प्रमुख के निर्देश पर समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने 11 जिलाध्यक्षों को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है।

समाजवादी पार्टी के गोंंडा, झांसी, गोरखपुर, मुरादाबाद, आगरा, मऊ, गौतमबुद्धनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही व ललितपुर जिलाध्यक्ष को उनके पद से तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन सभी के ऊपर जिला पंचायत चुनाव की नामांकन प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगने पर हटाया है।

गोंडा से सपा प्रत्याशी ने पर्चा ही नहीं दाखिल किया था। पर्चा दाखिला न होने पर गोंंडा जिलाध्यक्ष आनंद स्वरूप को हटा दिया गया है। श्रावस्ती में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सपा प्रत्याशी का नामांकन भी न हो पाने के मामले में सपा जिलाध्यक्ष पर गाज गिर गई है। जिलाध्यक्ष सर्वजीत यादवनेतृत्व की ओर से उन्हें पद से मुक्त कर दिया गया है।इसके अलावा अन्य दस जिलाध्यक्ष के भी नामांकन के दौरान मुस्तैद न रहने पर कार्रवाई की गई है।

फर्रुखाबाद के सचिन छह वर्ष के लिए निष्कासित

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 11 जिला पंचायत अध्यक्ष पर एक्शन लेने के साथ फर्रुखाबाद के नेता पर भी सख्त कार्रवाई की है। फर्रुखाबाद के सचिन यादव को पार्टी गतिविरोधी के कारण छह वर्ष के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

सहारनपुर में नवीन खटाना बसपा से निष्कासित

बसपा ने सहारनपुर से जिला पंचायत अध्यक्ष के घोषित उम्मीदवार शिमला देवी के समय पर पहुंच कर नामांकन पत्र दाखिल न करने पर उनके पुत्र नवीन खटाना को पार्टी से निष्कासित किया है। जिलाध्यक्ष ने पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से निष्कासन का पत्र जारी किया है। बसपा ने जबरदस्त किरकिरी के बाद कदम उठाया है।