बताया जा रहा है कि नरवाहनपुर गांव के घर में सिर्फ बुजुर्ग दंपती ही निवास कर रहे थे, जबकि उनके दोनों बेटे शत्रुघ्न और वीरेंद्र अन्य जिलों में रोजगार कर रहे हैं। हालांकि बड़ा बेटा शत्रोहन फसल की सिंचाई के लिए गांव आया हुआ है। घटना के वक्त वह काजी कमालपुर बैंक में खाते से पैसा निकालने को गया हुआ था, जहां गांव के प्रधान प्रतिनिधि विष्णु वर्मा ने उसको फोन पर घटना की जानकारी दी।

सत्रोहन ने बताया कि उसके पिता मेवालाल की आयु लगभग 70 वर्ष की है जबकि मां चंद्रकली 65 वर्ष की थी। बुजुर्ग पिता की मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। वह छोटी-छोटी बात को लेकर आक्रोशित हो जाता था। गांव मोहल्ले में भी लोगों को बिना मतलब के ही गालियां देता रहता था सत्रोहन के मुताबिक, मां की हत्या की खबर पाकर वह जब काजी कमालपुर से घर लौटा तो देखा, मां के सिर और गले से रक्त स्राव हो रहा था और उसकी मां चंद्रकली की मौत हो चुकी थी। शत्रुघ्न ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद उसका पिता फरार हो गया है। इस मामले में वह पिता के विरुद्ध मुकदमा लिखा रहे हैं।

गांव के घर में अकेला रहता था बुजुर्ग दंपत्ति

45 वर्षीय सत्रोहन ने बताया कि उसके पिता के नाम चार पांचवी के खेती है इसलिए बुजुर्ग दंपति गांव में ही रहते थे जबकि सत्रोहन का परिवार पंजाब में रहकर कमाई करता है। वह कुछ दिन पहले ही फसल सिंचाई के लिए गांव आया था, जबकि उसकी पत्नी संगीता और बेटा गौरव अभी भी पंजाब में ही है। सत्रोहन का छोटा भाई वीरेंद्र मां की हत्या की खबर पाकर लखनऊ से लौट रहा है।

घटना की सूचना मिलने के बाद निर्वाहन पुर गांव में घटनास्थल पर अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी डॉ राजीव दीक्षित व सीओ सदर अभिषेक प्रताप अजेय के साथ ही भारी पुलिस बल पहुंचा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। आसपास मोहल्ले के लोग हत्या अभियुक्त बुजुर्ग की मानसिक स्थिति ठीक ना होना बता रहे हैं। फिलहाल संबंधित मामले में प्रत्येक बिंदु पर विस्तार से जांच की जा रही है।