नई दिल्ली, अमन यात्रा । सूजन आपकी सेहत के लिए अच्छा और बुरा दोनों हो सकती है। यह कभी संक्रमण से लड़ने में मदद करती है, तो कभी-कभी यह वजन बढ़ाने और ऑटोइम्म्यून बीमारियों को जन्म देती है। सूजन सेल्स और ऊतकों को ठीक करने में अहम भूमिका निभाती है। इसके लिए शरीर में सूजन संतुलन अनिवार्य है। इसके लिए अपनी डाइट में एंटी-इंफ्लेमेटरी युक्त चीजों को जरूर शामिल करें। एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन और सहायक फैट्स होते हैं। आइए जानते हैं-

बेरीज

सभी प्रकार के बेरीज में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं, जो पुराने रोगों में दवा की तरह काम करते हैं। दो अलग शोधों के जरिए खुलासा हुआ है कि बेरीज के सेवन से NK सेल्स उत्सर्जित होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जिसे पॉलीफेनोल कहा जाता है। पॉलीफेनोल लिवर को क्षति होने से सुरक्षित रखता है। बेरीज इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।

फैटी फिश

फैटी फिश यानी तैलीय मछली में उच्च मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेटिव, एंटी-कार्सिनोजेनिक के गुण पाए जाते हैं। ये गुण मस्तिष्क को सभी प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं। इसके लिए साल्मन, टूना, हेररिंग्स मछलियों का सेवन कर सकते हैं। सप्ताह में दो बार फैटी फिश का सेवन जरूर करें।

ब्रोकली

ब्रोकली में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्रोकली एस्ट्रोजन हार्मोन को मेंटेन रखता है। हरी सब्जियों में फोलेट, विटामिन-के और फाइबर पाए जाते हैं। इसके अलावा, इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह काम करते हैं। इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है जो महिलाओं में होने वाले प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम समस्या को दूर करने में सहायता करता है। साथ ही तनाव, चिड़चिड़ापन, बार-बार खाने और थकान की समस्या को भी दूर करता हैl

ग्रीन टी

इसमें विटामिन, मिनरल, फाइबर, कैफीन, एंटी-ऑक्सीडेंट और एमिनो एसिड पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में लाभकारी सिद्ध होते हैं। विशेषज्ञ भी ग्रीन टी पीने की सलाह देते हैं। यह सेहत और सुंदरता दोनों के लिए फायदेमंद है। खासकर बढ़ते वजन को कम करने, बालों की समस्या को दूर करने और त्वचा की खूबसरती में निखार के लिए यह वरदान है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।