मेरठ,अमन यात्रा । वायुमंडल में गहराती धुंध विषाक्त कणों का काकटेल है। वायु प्रदूषण पांचवां सबसे बड़ा किलर बन चुका है। ग्लोबल बर्डेन आफ डिसीज की रिपोर्ट बताती है कि मेरठ-एनसीआर में पीएम 2.5 की मात्रा मानक से कई गुना होने से बड़ी संख्या में लोग हार्ट अटैक के शिकार हुए। वायु प्रदूषण की वजह से पिछले दस साल में प्री-मेच्योर मौतों का आंकड़ा दस गुना हुआ है। 70 फीसद बच्चों में सांस की बीमारी उभर आई है।