कानपुर, अमन यात्रा ।  कोरोना संक्रमण को तेजी से बढ़ते देख इस बार का विधानसभा चुनाव कुछ अलग ही होने की उम्मीद है। फिलहाल आयोग 15 जनवरी तक रैलियों जनसभाओं पर रोक लगा चुका है। राजनीतिक दलों को भी लग रहा है कि इस बार का चुनाव खुले मैदान में उतरने से ज्यादा वार रूम के अंदर से होगा। चुनाव का ज्यादातर हिस्सा वर्चुअल रैलियो, सभाओं का होगा। इसलिए सभी राजनीतिक दल अपनी इंटरनेट टीम को ज्यादा से ज्यादा मजबूत कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें सभी जरूरी संसाधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं।

वर्चुअल रैली, सभाओं के लिए अत्याधुनिक हैं भाजपा के वार रूम: भाजपा के वार रूम पहले ही पूरी तरह वर्चुअल रैलियों और सभाओं के लिए सुसज्जित हैं। पार्टी इस प्लेटफार्म पर कई सभाएं भी कर चुकी है। भाजपा उत्तर जिला ने तो पहले से ही नवीन मार्केट कार्यालय के ऊपर साइबर कक्ष बनाया हुआ है। यहां वर्चुअल रैली, सभा करने की भी व्यवस्था है। यहां से फोनो काल भी हो सकती है और वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग की भी सुविधा है। जिलाध्यक्ष सुनील बजाज के मुताबिक एक साथ 500 मोबाइल पर संदेश भी यहां से भेजे जा सकते हैं। वहीं हाल ही में बनाए गए दक्षिण और ग्रामीण जिलों में भी इसके लिए अलग कक्ष बनाए गए हैं। साथ ही प्रोजेक्टर की भी व्यवस्था है। यहां एक-एक पन्ना प्रमुख तक के नाम व फोन नंबर हैं। जिससे भी बात करनी होती है, एक क्लिक पर उसका नाम नंबर आ जाता है। भाजपा के अपने ही हाल हैं जहां शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए वर्चुअल सभाओं में और लोगों को भी शामिल किया जा सकता है।

कांग्रेस में वर्चुअल प्रचार के लिए एक्सपर्ट तैयार:  उत्तर प्रदेश का हालिया विधानसभा चुनाव पिछले चुनावों से एकदम अलग होगा। प्रचार का तरीका भी बदला होगा और माध्यम भी। चुनाव आयोग की वर्चुअल प्रचार पर जोर देने के निर्देशों का पालन भी राजनीतिक पार्टियों ने करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने दस विधानसभा क्षेत्रों में से कैंट विधानसभा में वर्चुअल प्रचार के लिए एक्सपर्ट बिठा दिए हैं। इसके लिए यहां लैपटाप समेत अन्य जरूरी वस्तुओं के साथ रूम बनाया गया है जबकि अन्य विधानसभा क्षेत्रों में दावेदार टिकट घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं। उत्तर जिलाध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने बताया कि तिलक हाल को मुख्यालय बनाया जाएगा। विधानसभा वार तो वर्चुअल प्रचार होगा ही, तिलक हाल से भी इसका संचालन किया जाएगा। वर्चुअल प्रचार में बल्क प्रचार संदेश, फेसबुक और वाटसअप के साथ ही आडियो और वीडियो संदेश देने की व्यवस्था की गई है।

सपा डिजिटल मीडिया के जरिए चुनाव मैदान में उतरेगी: समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष डा. इमरान के नेतृत्व में नगर पदाधिकारियों ने आज निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त मतदाता सूची की सीडी को डिजिटल मीडिया के माध्यम से बांटकर आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाई। समाजवादी पार्टी आईटी सेल डिजिटल के माध्यम से नगर के मतदाताओं का डाटा लैपटाप में लोड किया जा रहा है। लैपटाप के माध्यम से शहर के एक-एक मतदाता से संपर्क करके सपा के पक्ष में प्रचार प्रसार किया जाएगा। पार्टी की जीत के लिए डिजिटल मीडिया के माध्यम से वर्चुअल बैठक कर नुक्कड़ सभाएं व शहर की पांचों विधानसभा क्षेत्रों की जनता से संपर्क साधा जा रहा है। जनता को वर्चुअली सपा की नीतियों, सिद्धांतों, उपलब्धियों और जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाएगा। इसके साथ ही भाजपा की जन विरोधी नीतियों से वर्चुअल माध्यम से जनता को अवगत कराया जाएगा।

मतदाताओं के वाट्सएप नंबर जुटा रही बसपा: बसपा हर जिले में डिजिटल वार रूम बनाएगी। वहीं से पार्टी के मुख्य सेक्टर प्रभारी पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को संबोधित करेंगे। ज्यादा से ज्यादा लोगों के वाट््सएप नंबर जुटाए जा रहे हैं ताकि लोगों को जनसभाओं के ङ्क्षलक भेजे जा सकें। फेसबुक, ट्विटर व इंटरनेट मीडिया के अन्य प्लेटफार्म के माध्यम से बसपा मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाने की रणनीति बना रही है। पार्टी प्रमुख मायावती, राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा व अन्य स्टार प्रचारकों के वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर डाले जाएंगे ताकि जो लोग वर्चुअल रैली में उन्हें नहीं सुन सके वे वीडियो संदेश देख लें। पार्टी के कानपुर मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी सुरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी प्रमुख के दिशा निर्देशों के अनुसार तैयारी की जा रही है।