नई दिल्ली, अमन यात्रा : भारत रत्न से सम्मानित दिग्गज गायिका लता मंगेशकर का आज 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनकी मौत का कारण मल्टी ऑर्गेन फेलियर बताया जा रहा है।पिछले 29 दिनों से वो कोरोना से जंग लड़ रही थीं। देश के कोने-कोने में लता मंगेशकर के जल्द स्वस्थ होने के लिए यज्ञ किए गए, लेकिन फिर भी स्वर कोकिला जिंदगी की जंग जीत न सकीं और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
शनिवार को अस्पताल से लौटते हुए आशा ने बताया था कि लता दीदी की हालत स्थिर है। लता जी की तबीयत नाजुक होने की खबर आने के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे एमएनएस के मुखिया राज ठाकरे भी उनका हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे थे। वहीं, देर रात केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लता मंगेशकर के परिजनों से मुलाकात की और उन तक पीएम नरेंद्र मोदी का शुभकामना संदेश पहुंचाया।
8 जनवरी को किया गया था अस्पताल में भर्ती
बता दें, भारत रत्न दिग्गज गायिका को 8 जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। शुरुआत में कोरोना के हल्के लक्षण देखे गये थे, मगर उम्र और दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए उन्हें आईसीयू में ही रखा गया था। चिकित्सकों को पूरा यकीन था कि लता जी ठीक हो जाएंगी, मगर उम्र के मद्देनजर उन्हें चिकित्सकों की निरंतर निगरानी में रखा गया था।
कोरोना से थीं संक्रमित
ब्रीच कैंडी अस्पताल से चिकित्सक प्रतीत समदानी लता मंगेशकर का इलाज कर रहे थे। 16 जनवरी को डॉ. प्रतीत ने बताया था कि लता मंगेशकर को देखभाल की जरूरत है, इसलिए वो कुछ और दिनों तक आईसीयू में डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगी। उनकी हालत पहले जैसी है और किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं है। लता मंगेशकर कोरोना संक्रण के साथ निमोनिया से भी पीड़ित थीं।