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शिक्षक, सहायक अध्यापक के वेतन पर कर रहे हैं हेड मास्टरी

बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के हजारों पद पिछले 10 वर्षों से रिक्त हैं। इसकी वजह पदोन्नति प्रक्रिया का न होना है जिससे शिक्षकों में इन दिनों खासी निराशा देखी जा रही है।

कानपुर देहात, अमन यात्रा  :  बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के हजारों पद पिछले 10 वर्षों से रिक्त हैं। इसकी वजह पदोन्नति प्रक्रिया का न होना है जिससे शिक्षकों में इन दिनों खासी निराशा देखी जा रही है। इतना ही नहीं तमाम दावों के बावजूद विभाग अब तक न तो शिक्षकों का जिले के भीतर तबादला कर सका है और न ही सैकड़ों शिक्षकों का प्रमोशन कर सका है। तबादले व पदोन्नति की काफी अरसे से बांट जोह रहे परिषदीय शिक्षकों में इसे लेकर अंदरखाने काफी रोष है। जिले में फरवरी 2010 के बाद सेवा में आए शिक्षकों का प्रमोशन अब तक लंबित है। बीते कई सालों से पदोन्नति के लिए कोई प्रक्रिया भी नहीं शुरू की गई। कई दफा ब्लॉकों से वरिष्ठता सूची मांगी गई लेकिन इसके बाद कुछ नहीं हुआ।

तबादले के लिए सालों से इंतजार-

जिले के भीतर तबादले की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना काफी समय से जताई जा रही है लेकिन अब तक प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है। कई साल से जिले के भीतर ट्रांसफर न होने से स्कूलों में छात्र शिक्षक अनुपात असंतुलित है। प्रभाव शैक्षिक व्यवस्था पर पड़ रहा है जिम्मेदार सिर्फ कागजी फरमान जारी करने में ही व्यस्त रहते हैं।

सहाक के वेतन में कर रहे हेडमास्टरी-

बिडंबना यह भी है कि जिले में सैकड़ों सहायक शिक्षक कई सालों से प्रभारी प्रधानाध्यापक पद का दायित्व निभा रहे हैं। उन्हें हेडमास्टर पद का वेतन नहीं दिया जाता है। समान पद समान वेतन की अवधारणा अब तक बेसिक शिक्षा विभाग में लागू नहीं हो सकी है। शिक्षक तंज कसते रहते हैं कि जब सहायक अध्यापक के वेतन में ही हेडमास्टर के काम हो रहे हैं तो फिर विभाग पदोन्नति के लिए फिक्रमंद क्यों होगा।

बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय का इस संदर्भ में कहना है कि उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार ही पदोन्नति व स्थानांतरण की प्रक्रिया होती है हमारे अधिकार क्षेत्र में यह कार्य नहीं है।

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AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

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