केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी बोले- हमारा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित है
कंचौसी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती और अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद देवेन्द्र सिंह भोले की मां स्वर्गीय कनकरानी की छठवीं पुण्य तिथि को लेकर आयोजित समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे।
कानपुर देहात, अमन यात्रा : कंचौसी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती और अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद देवेन्द्र सिंह भोले की मां स्वर्गीय कनकरानी की छठवीं पुण्य तिथि को लेकर आयोजित समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे। जहां उनका भाजपाइयों ने स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने जनता का अभिवादन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के साथ तमाम पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे है। संबोधन खत्म होने के बाद वह हेलीकाप्टर से कानपुर के लिए रवाना हाे गए है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने संबोधन के दौरान कहा कि हमारा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित है। हम दिन चार रहे न रहे तेरा वैभव अमर रहे मां। राष्ट्र को सही दिशा के लिए सुशासन ही हमारा मिशन है। दीनदयाल जी ने कहा था जो हमारे समाज के पिछड़े शोषित दलित हैं जिनके पास मकान, कपड़ा रोटी नही है उनको भगवान मान उनकी सेवा करे व उनको सुविधा दे।
एक इंटरव्यू में मुझसे पूछा कि जीवन मे सबसे बड़ा काम क्या था। तो मैंने कहा कि हम दीनदयाल जी के सामाजिक आर्थिक चिंतन को मानते हैं। इसके लिए काम करना चाहते हैं उपलब्धि है जो एक करोड़ लोग जो गरीब, रिक्शा वाले उनको मुक्ति देना ई रिक्शा लाया यही बड़ी उपलब्धि है। आज 90 लाख लोग इसे चलाते हैं यही खुशी है। 47 के बाद पूंजीवाद, समाजवाद व लाल झंडा लेकर सभी मजदूर एक हो विचार लेकर लोग चल रहे थे।
चीन गया तो देखा कि केवल लाल झंडा है लेकिन चीन व रूस ने कम्युनिस्ट विचार धारा को छोड़ दिया एक समय कानपुर में कम्युनिस्ट पार्टी जीतती थी पर अब यह समाप्त हो गई। पूरे विश्व मे इस पर शोध हो रहा कि कौन सी विचारधारा है जो सभी का कल्याण कर सकती है तो मैं कहता हूं कि दीनदयाल जी की विचारधारा ही सबसे सही है।
भोले को धन्यवाद की जीवन के विकास पथ पर भी पिता व मां को याद करते हैं। देश को सुधारना हो तो क्या करना होगा में किसान हूं क्षेत्र में तीन चीनी मिल चलाता हूं। डिलीट अभी मुझे मिली वो एग्रीकल्चर विज्ञान से मिली।
देश का किसान अन्नदाता है आज चावल मक्का चीनी सरप्लस है। यूपी के कई चीनी खरखाने बंद हो गए गेहूं व अनाज रखने को गोदाम नहीं है। हमारा किसान अब अन्नदाता नहीं बल्कि उर्जादाता बनेगा। एक कार लांच कर रहा वह किसानों के इथेनाल से चलेगी।
चावल की जो भूसी जो होती है सुगर के शीरे से इथेनॉल बनेगा। इथेनॉल न होता तो यूपी में गन्ना किसान बर्बाद हो जाता। आप इसे तैयार करोगे तो आपका फायदा होगा। पांच तन पराली से एक टन बायो सीएनजी बनता है आप इसे देखने नागपुर आए।
आपके यहाँ पानी भी है हमारे यहां 450 फीट पर पानी है गर्मी में पीने के पानी की समस्या है। हमारी सरकार ने नैनो यूरिया बनाया एक एकड़ में चार बोरी लगती है। नैनो यूरिया दो बोतल काम करती है बोरी का काम नहीं है।