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केवट राम रजायसु पावा -पानि कठौता भरि लइ आवा

जनपद मुख्यालय अकबरपुर में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त श्री राम लीला का मंचन आज केवट और राम के भक्ति पूर्ण संवादों को लेकर संपन्न हुआ जो नया गंज स्थित माहौर धर्मशाला के पास संपन्न हुआ।

Story Highlights
  • केवट राम संवाद लीला का सफल मंचन 

सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात:  जनपद मुख्यालय अकबरपुर में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त श्री राम लीला का मंचन आज केवट और राम के भक्ति पूर्ण संवादों को लेकर संपन्न हुआ जो नया गंज स्थित माहौर धर्मशाला के पास संपन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि 22 सितंबर से प्रारंभ हुई श्री राम लीला आयोजन में बीती रात कैकई ने दो वरदान मांगे जिसके तहत राम को बन जाने की आज्ञा हुई और उसका पालन करते हुए श्री राम गंगा के तट पर पहुंच गए तथा केवट से पार करने के लिए आग्रह किया। कहते है कि चालाक केवट उनकी आज्ञा मानने से इंकार कर देता है और कहता हैकि मैं आपका सब भेद जानता हूं।

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मुझे भी शंका है ,अगर आप के चरण स्पर्श होते ही हमारी नाव कहीं स्त्री न बन जाए जिससे हमारी रोजी-रोटी भी छिन जाएगी। आखिर राम के बहुत समझाने के बाद केवट तैयार हो जाता है और एक शर्त के साथ वह अपने कठौती में पहले गंगाजल लाता है तथा उनके चरण धोकर लक्ष्मण व सीता सहित पार करता है।इस अवसर पर उपाध्यक्ष अभिषेक गुप्ता नीकू,प्रदीप कुमार पांडेय, जितेन्द्र दुबे , आशीष श्रीवास्तव मोनू, महामंत्री अमित राजपूत, मंत्री विमलेश कुमार सविता एडवोकेट, सत्यम ओमर एडवोकेट, कोषाध्यक्ष अनूप त्रिपाठी गोरे, आय-व्यय निरीक्षक जितेंद्र सिंह गुड्डन एडवोकेट, मीडिया प्रभारी मनी गुप्ता, कार्यकारिणी सदस्य रामजी मिश्रा एवं बिपिन चंद्र दीक्षित एडवोकेट के अलावा पवन सचान भी उपस्थित रहे।इस संबंध में श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष सूर्यकांत त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि भगवान श्री राम लक्ष्मण सीता सहित चित्रकूट में विश्राम कर गए और उनके उनके वियोग में चक्रवर्ती सम्राट दशरथ ने अपने प्राण त्याग दिए।

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Author: aman yatra


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