महिलाएँ नशे से होने वाली हिंसा और उत्पीड़न का सबसे ज्यादा शिकार होती देखी गई हैं। कार्यक्रमों में ऐसे लक्षणों की भी जानकारी दी जायेगी, जिससे माँ, मित्र, भाई-बहन आदि समझ जायें कि बच्चा नशे की ओर आकर्षित हो रहा है, जिससे समय से पूर्व ही उसे व्यसन की गिरफ्त में जाने से बचाया जा सके अंकित शुक्ला ने कहा कि जगह-जगह होंगे नशा मुक्ति केम्प लगा कर कार्यक्रम शुभारंभ होगा नशे से ग्रसित व्यक्तियों और नशे की ओर आकृष्ट होने वाले व्यक्तियों को व्यसन से मुक्ति दिलाने के लिये नशामुक्ति केम्प भी होंगे।
शिविरों में वर्तमान में संचालित नशामुक्ति केन्द्रों और नशामुक्ति हेल्पलाइन 7068444747 द्वारा प्रदाय की जा रही सेवाओं के बारे में भी लोगों को बताया जायेगा अभियान में होने वाले कार्यक्रमों में स्कूल, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय परिसर में जन-जागरूकता, ध्यान हिंदुस्तानियों नशा छोड़ो कार्यक्रम, व्यक्ति-समुदाय तक पहुँच बनाना, हॉट स्पॉट और वॉलेंटियर्स का चिन्हांकन, काउंसलिंग, पुनर्वास सेवाएँ, उपचार सुविधाओं की जानकारियाँ, सेवा प्रदाता का क्षमता विकास, नशा नियंत्रण संबंधी कानूनों का प्रभावी क्रियान्वयन, वॉल पेंटिंग, रंगोली, परिचर्चा आदि प्रतियोगिताएँ, मैराथन दौड़, नुक्कड़ नाटक, नशामुक्ति के लिये रैली और मानव श्रंखला निर्माण, स्कूल-कॉलेजों में विषय-विशेषज्ञों के व्याख्यान होंगे।
ऑटो रिक्शा, कचरा वाहन आदि द्वारा नशामुक्ति के संदेशों का प्रसारण और नशामुक्ति गान का प्रसारण होगा स्कूल-कॉलेजों में होंगे कार्यक्रम और गतिविधिया नवम्बर माह में स्कूल-कॉलेजों में गतिविधियाँ होंगी व्याख्यान, प्रेजेंटेशन, लघु फिल्म का प्रदर्शन, विद्यार्थियों द्वारा पाती अपनों के नाम” निबंध प्रतियोगिता, चित्रकार प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक, वॉल पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिता होगी। अंतिम दिन विजेताओं को पुरस्कृत किया जायेगा