कानपुर, अमन यात्रा । ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड निकाह को सादा और आसान बनाने के लिए शनिवार से देशव्यापी आसान निकाह अभियान शुरु करने जा रहा है। अभियान के तहत ऑनलाइन संगोठयिां होगी, जलसे आयोजित किए जाएंगे। मस्जिदों से निकाह में फिजूलखर्ची बंद करने की तकरीरें भी होंगी। शादियों में फिजूलखर्ची रोकने के लिए बुद्धिजीवियं, सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लिया जाएगा।

मुस्लिमों में शादियों में फिजूल खर्ची व दहेज को लेकर होने वाली मांग पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने चिंता जताई है। कुछ दिन पहले दहेज उत्पीडऩ का शिकार आयशा की मौत के बाद पर्सनल लॉ बोर्ड ने दुख व्यक्त किया था। कोई और महिला आयशा की तरह दहेज उत्पीडऩ का शिकार न हो इसको लेकर बोर्ड ने अभियान भी शुरु किया था। अब निकाह को आसान बनाने, शादियों में फिजूलखर्ची रोकने के लिए 28 मार्च से दस दिवसीय आसान मसनून निकाह अभियान शुरू किया जा रहा है।

बोर्ड के अध्यक्ष सय्यद राबे हसनी नदवी व महासचिव मौलाना वली रहमानी के नेतृत्व में देश भर में अभियान चलेगा। इसमें इंटरनेट मीडिया का सहारा भी लिया जाएगा। लोगों को समझाया जाएगा कि निकाह को मुश्किल न बनाए, शादियों में गैर जरूरी रस्म ओ रिवाज से परहेज करें। दहेज की मांग करने वालों की निंदा करते हुए उनका विरोध भी किया जाएगा। बोर्ड के सचिव उमरीन महफूज रहमानी ने बताया कि आसान व मसनून निकाह के विषय पर जुमा की नमाज से पहले तकरीरे भी होंगी। मुस्लिमों में अलग-अलग बिरादरियों के जिम्मेदारों से मिलकर अपील की जाएगी कि सुन्नत तरीके (शरीयत के मुताबिक) निकाह करवाएं। जिन नौजवानों की शादी होने जा रही है या हाल ही में हुई है, खुशहाल जिंदगी के लिए उनकी काउंसिलिंग भी की जाएगी।