पुष्य नक्षत्र में बच्चों को कराया स्वर्ण प्राशन
डॉक्टर्स डे के अवसर पर शहर के आरोग्य क्लीनिक में बच्चों के लिए आयुर्वेद का वरदान स्वर्ण प्राशन का आयोजन हुआ।
- मौसमी बीमारियों से बचाव में आयुर्वेद चिकित्सा कारगर : डॉ वंदना पाठक
कानपुर,अमन यात्रा। डॉक्टर्स डे के अवसर पर शहर के आरोग्य क्लीनिक में बच्चों के लिए आयुर्वेद का वरदान स्वर्ण प्राशन का आयोजन हुआ। शुक्रवार को शहर के लाल बंगला इलाके के आरोग्य क्लीनिक में सुविख्यात आयुर्वेदाचार्य और नीमा उत्तर प्रदेश की महिला मंच की ऑर्गेनाइजर और साइंटिफिक सेशन कमेटी की अध्यक्षा डॉ वंदना पाठक ने इसकी शुरुआत की। इस मौके पर उन्होने कहाकि चिकित्सकों की समाज के प्रति बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। इसमें कई तरह के अवरोध आते है लेकिन लोग डॉक्टरों को भगवान समझते है तो हमें ऐसा आचरण करना होगा ताकि लोगों का भरोसा कायम रहे।डॉ वंदना पाठक ने बताया कि महामारियों से बचाव हेतु आयुर्वेद में बहुत सारे उपाय दिए गए हैं। स्वर्ण प्राशन भी इसी कड़ी में एक उपाय है। उन्होंने कहा कि स्वर्ण प्राशन बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। विशेषज्ञों ने भी बताया है कि कोविड से लड़ने और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले बच्चो को बेहतर स्वास्थ्य़ देने में स्वर्ण प्राशन कारगर रहा है। डॉ वंदना पाठक ने बताया कि स्वर्ण प्राशन 16 संस्कारों में से एक संस्कार है जो कि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि अभियान के सातवें चरण में लगभग 49 बच्चों को निशुल्क स्वर्ण प्राशन का सेवन कराया गया। बच्चों के माता-पिता को भी आहार-विहार, दिनचर्या एवं वर्षा ऋतु में क्या क्या भोजन किया जा सकता है और अपनी दिनचर्या कैसी रखें इसके बारे में भी विस्तृत रूप से बताया गया। निशुल्क काउंसलिंग भी की गई। सभई को मौसमी फल एवं भोज्य पदार्थ भी निशुल्क प्रदान किये गये। इस कार्यक्रम में बच्चों ने गीत एवं संगीत के साथ वर्षा ऋतु का आनंद लिया। डॉ वंदना पाठक ने बताया कि स्वर्ण प्राशन स्वर्ण भस्म, वचा ,गिलोय ,ब्राह्मी घृत,गौघृत, मधु आदि द्रव्यों को मिलाकर कई घंटों के मर्दन के पश्चात तैयार किया जाता है। उन्होने कहा कि पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण प्राशन ग्रहण करने का बच्चों को अत्यधिक लाभ होता है। स्वर्णप्राशन ग्रहण करने से बच्चों का संपूर्ण विकास होता है तथा बीमारियों में अन्य औषधि के साथ इसके सेवन से बहुत ही अच्छे परिणाम मिलते हैं।