साहित्य जगत

जय माँ कालरात्रि

  दुर्गा जी की सप्त शक्ति कहलाती माँ कालरात्रि रौद्र रूप लिए धूम्र वर्णा रखती चार भुजाएं माता उत्पत्ति का…

1 year ago

सरकारी कर्मचारियों की मांग पुरानी पेंशन है तो एनपीएस में पाउडर, लिपिस्टिक लगाने की क्या जरूरत

पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करने की मांग कर रहे सरकारी कर्मचारियों को केंद्र सरकार दिन प्रतिदिन नई-नई…

1 year ago

जय स्कंदमाता

केहरी वाहन हो आरोहित शुभ्र वर्ण से हो सुशोभित चार भुजाओं से विभूषित करें कमलासन पर विश्राम दो हाथों में…

1 year ago

जन उपयोगी सुविधाओं की होती बदहाली से पात्र जनता परेशान, कर्मचारियों,अधिकारियों की मौज

ये कैसा सामाजिक न्याय है गरीब के लिए कुछ और,अमीर के लिए कुछ और ये कैसा कानूनी मापदण्ड हैं,जब संविधान…

1 year ago

जय ब्रह्मचारिणी माँ

श्वेत वस्त्र से अति शोभित तुम्हारा कन्या रूप निराला एक हाथ में लिए कमंडल माँ दूजे हाथ में तुम माला…

1 year ago

जय श्री गणेश

जय श्री गणेश मात-पिता ही तीनों लोक तुम्हारे वाहन तुम्हारे, नन्हे मूषक प्यारे चतुर्भुज हो तुम हो बुद्धि के दाता…

1 year ago

अखण्ड सौभाग्य का व्रत हरतालिका तीज

शिव-पार्वती की जोड़ी तो सृष्टि की वह जोड़ी है जो सदैव प्रेम, समर्पण एवं शक्ति को प्रदर्शित करती है। वह…

1 year ago

कविता के माध्यम से एक बच्चे ने नेताओं की कार्य प्रणाली पर कसा तंज

आओ बच्चों तुम्हे दिखायें शैतानी शैतान की। नेताओं से बहुत दुखी है जनता हिन्दुस्तान की।। बड़े-बड़े नेता शामिल हैं घोटालों…

1 year ago

चंद्रयान चंद्र सतह पर

देखो क्या क्या करता है अब खोज लेगा ये जानकारी सब चालीस दिवस दीर्घयात्रा कर पहुँचा चंद्रयान चंद्र सतह पर…

1 year ago

” घिरी घटा घनघोर रे… “

धरती एकटक अम्बर ताके, जैसे हुई चकोर रे। फिर बरखा रुत आई रे भइया, घिरी घटा घनघोर रे।। चार मास…

1 year ago

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