कानपुर, अमन यात्रा। पिछले वर्ष कोरोना के चलते 57,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के अब तक के सबसे उच्च मूल्य पर पहुंचा सोना कोरोना संक्रमण के साथ एक बार फिर तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। पिछले 20 दिन में सोना दो हजार रुपये के करीब दोबारा बढ़ चुका है। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या और पास आ चुकी सहालग के चलते कारोबारी सोने की कीमतों में तेजी से वृद्धि की उम्मीद जता रहे हैं।

लॉकडाउन लगने के बाद पिछले वर्ष जब सराफा बाजार 21 मई को दोबारा खुला था तो सोने का मूल्य 46,800 रुपये प्रति 10 ग्राम था। गर्मियों की सहालग में सोना 27 जून को सबसे अधिक 49,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा, लेकिन सहालग खत्म होने के बाद सोने की रफ्तार और तेज हो गई।

सात अगस्त 2020 को सोना अब तक के सबसे अधिक मूल्य 57,900 रुपये पर था। इसके बाद सोना फिर गिरना शुरू हुआ। 25 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच रहीं सर्दियों की सहालग में सोने का सबसे ज्यादा भाव 51,200 रुपये था। सोना इसके बाद फिर गिरता रहा और 22 मार्च को सोना 46,350 रुपये पर आ गया। अब तक करीब-करीब वही समय था जब कोरोना के संक्रमित मिलने की संख्या बहुत कम हो चुकी थी। होली के करीब से शहर में कोरोना के संक्रमितों की संख्या बढऩी शुरू हुई और इसका असर सराफा बाजार पर भी पड़ा।

यूपी सराफा एसोसिएशन के सचिव रामकिशोर मिश्रा का कहना है कि आपदा की स्थितियों में निवेश के मामले में लोग सोने को सबसे अच्छा मानते हैं, इसलिए जैसे ही कोरोना के संक्रमितों की संख्या बढऩे लगी है, सोना एक बार फिर बढ़ रहा है। 22 मार्च से सोना लगातार बढ़ रहा है और इस समय सोना 48,200 रुपये पर पहुंच चुका है। उनके मुताबिक आने वाले दिनों में सोने व चांदी दोनों के भाव में तेजी आने की उम्मीद है। कोरोना के संक्रमितों की बढ़ती संख्या का असर शेयर बाजार पर पड़ सकता है और दूसरी ओर सहालग सामने है।