मेरठ, अमन यात्रा । आज दशहरा है। असत्य पर सत्य की विजय का यह प्रतीक है। इस दिन हर व्यक्ति बुराइयों से दूर रहने का संकल्प लेता है। बुराई के प्रतीक कुंभकरण, मेघनाद और रावण के पुतले दहन होंगे। लेकिन इस बुराई के अंत की परंपरा के साथ-साथ शहर में ऐसी तमाम बुराइयों ने जड़े जमा ली हैं। जिनके चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसलिए आज रावण दहन के साथ इन बुराइयों से छुटकारा पाने का संकल्प आमजन और सरकारी सिस्टम को लेने की जरूरत है।