स्वजन व ग्रामीणों से रात भर पूछताछ

उन्नाव के असाेहा में हुई घटना को शासन ने गंभीरता से लिया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी बुधवार की रात भर अलर्ट रहे। रात में घटनास्थल पर पहुंची आइजी लक्ष्मी सिंह और फिर एडीजी जोन एसएन साबत ने छानबीन और पूछताछ करने के बाद थाने का रुख किया। इसके बाद देर रात दोनों अधिकारी डीएम रवींद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी के साथ गांव पहुंचे। स्वजन व ग्रामीणों से रातभर पूछताछ चली। एडीजी जोन और आइजी रेंज के लखनऊ चले जाने के बाद एसपी गुरुवार सुबह करीब छह बजे फिर से घटनास्थल पर पहुंच गए। वह टीम के साथ घटनास्थल का फिर से निरीक्षण कर रहे हैं। पुलिस टीम खेतों में गेंहूं की फसल खड़ी होने की वजह से फसल का भी ध्यान रख रही है कि खराब न हो सके और साक्ष्य मिल जाएं। घायल किशोरी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। सूत्रों की मानें तो पुलिस अफसरों को घटना में कई अहम सुराग मिले हैं, हालांकि अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।

एसपी ने बताया कि घटना की जांच अभी प्राइमरी स्टेज पर है। मृतक किशोरियों का पोस्टमार्टम होने के बाद रिपोर्ट से काफी स्थिति स्पष्ट होगी। घटना की जांच के लिए छह टीमें बनाई गई हैं। इसके अलावा एसओजी और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है।

सपा-बसपा के नेताओं ने शुरू किया धरना

असोहा थाना क्षेत्र के गांव में गुरुवार सुबह सपा व बसपा के नेता और कार्यकर्ता पहुंच गये। सपा जिला उपाध्यक्ष सुनील रावत, बसपा जिला सचिव जय नारायण गौतम के साथ कार्यकर्ताओं ने मृतक किशोरियों के स्वजन को छोड़ने की मांग की। पुलिस पिता व भाई से थाने में बिठाकर पूछताछ कर रही है। इसे लेकर सपाइयों ने स्वजन को तत्काल छोड़ने की मांग की और पीड़ित परिवार के घर के निकट धरने पर बैठ गए। बसपा जिला सचिव जय नारायण गौतम ने स्वजन व मीडिया की उपस्थिति में शवों का पोस्टमार्टम कराने और अंतिम संस्कार कराने की मांग किया।

मृतका के पिता को पुलिस ने छोड़ा

सपा-बसपा नेताओं का धरना शुरू होने के बाद पुलिस ने एक मृतका के पिता को थाने से छोड़ दिया है। वह गांव वापस आ गए हैं, उन्होंने कहा कि पुलिस सिर्फ घटनाक्रम पूछताछ कर रही। धरने पर बैठे सपाइयों ने मृतका के भाई को भी छोड़ने का दबाव बनाया है। एएसपी विनोद पांडेय, एडीएम राकेश सिंह, एसड़ीएम राजेश चौरसिया, सीओ रमेशचंद्र प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

तीन डाॅक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम

मृतका दोनों किशोरियों के पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में तीन डाॅक्टरों का पैनल गठित कर दिया गया है। पैनल में एक महिला डाॅक्टर, शुक्लागंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी और जिला अस्पताल के डाॅक्टर को शामिल किया गया है। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस के मुख्य द्वार से लेकर बाहर तक भारी फोर्स तैनात है। किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। सीओ बीघापुर कृपाशंकर और सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्र बाहर मौजूद हैं। पोस्टमार्टम के बाद शवों के ले जाने के लिए मुख्य गेट पर एंबुलेंस भी तैयार करा दी गई है।