कानपुर, अमन यात्रा । कचहरी परिसर में शुक्रवार को बार एसोसिएशन चुनाव के दौरान एल्डर्स कमेटी पर हमला करने, जबरिया पुनर्मतदान की घोषणा कराने, तोड़फोड़ कर धरोहर के रूप में रखी किताबों को फेंकने और वकील की हत्या के मामले में हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट ने यूपी बार काउंसिल से रिपोर्ट मांगी है। एल्डर्स कमेटी ने रिपोर्ट में दो महामंत्री, एक अध्यक्ष, दो संयुक्त मंत्री पद के प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के नाम भेजे हैं। घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज भी भेजे जा रहे हैं। उधर, यूपी बार काउंसिल ने भी प्रकरण को गंभीरता से लिया है। पदाधिकारियों का दावा है कि रिपोर्ट मिलते ही अराजक वकीलों की सदस्यता समाप्त की जाएगी।

बार एसोसिएशन चुनाव में शुक्रवार को कचहरी परिसर में बार भवन में मतदान कराया गया था। मतदान के दौरान प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था। मतदाताओं के हाथ पकड़कर वोट डलवाए थे। हंगामे के चलते एल्डर्स कमेटी ने समय से पहले मतदान रोक दिया था, जिसके बाद दो प्रत्याशियों के समर्थकों ने यूपी बार काउंसिल के सदस्यों के सामने ही एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन और सदस्यों से अभद्रता की थी। लाइब्रेरी में धरोहर के रूप में रखी पुरानी किताबें एल्डर्स कमेटी पर फेंकी और हाल में तोड़फोड़ की थी। एल्डर्स कमेटी का आरोप है कि जानलेवा हमला कर जबरिया पुनर्मतदान की घोषणा कराई गई। इसी दौरान कचहरी परिसर में शताब्दी गेट के पास वकील गुटों में फायरिंग के दौरान अधिवक्ता गौतम दत्त की हत्या कर दी गई थी, इसके भी सीसीटीवी फुटेज भेजे जा रहे हैं। बार एसोसिएशन हाल, राम अवतार महाना हाल और दीवानी न्यायालय परिसर के भूतल में हुए हंगामे की वीडियो फुटेज भेजे जा रहे हैं। इसमें हंगामा करने वालों के कई और नाम प्रकाश में आएंगे। पुनर्मतदान या मतगणना पर भी निर्णय यूपी बार काउंसिल का निर्देश आने के बाद लिया जाएगा। यूपी बार काउंसिल के चेयरमैन श्रीष मेहरोत्रा ने बताया कि अराजकता करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

अधिवक्ता के हत्यारोपित ने किया आत्मसमर्पण

कचहरी परिसर के शताब्दी गेट के पास शुक्रवार को अधिवक्ता गौतम दत्त की हत्या में नामजद तरु अग्रवाल ने शनिवार सुबह कैंट थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ की। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपित ने दावा किया है कि गौतम की मौत हत्या नहीं, बल्कि हादसा थी। चुनाव रद होने पर हुई फायरिंग में उसकी असावधानी से तमंचे से फायर हुआ, जिसकी गोली गौतम को लगी। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य साक्ष्यों के आधार पर जांच कर रही है। हालांकि आरोपित को पुलिस ने हत्या की धाराओं में जेल भेजा है।