सुशील त्रिवेदी, कानपुर देहात : जनपद कानपुर देहात स्थित की ऐतिहासिक रामलीला में लंका के राजा रावण के भाई कुम्भकर्ण का बध किया गया जिसका समाचार सुनकर रावण अचंभित हो गया कि इसे तो केवल भगवान के अलावा कोई मर ही नहीं सकता।
उल्लेखनीय है कि कुंभकरण ने अपने लिए वरदान मांगते समय सरस्वती के हस्तक्षेप से जहाँ छह माह का जागरण चाहता था और एक दिन शयन सब पलट गया किन्तु लंका में युद्ध के दौरान रावण के सारे सिपहसालार मारे तभी रावण को कुम्भकर्ण का स्मरण आता है जिसे जगाने के लिए अनेक प्रकार के प्रयास किए और अन्त में सफलता तो मिली किन्तु उसने रावण को ही समझाने का प्रयास किया और असफल होनै पर युद्ध के लिए तैयार हुआ तथा मारा गया।इस अवसर पर दर्शकों से खचाखच भरे मैदान में जोरदार किया गया।
कानपुर देहात। लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 को सकुशल,शांतिपूर्ण,निष्पक्ष रूप में संपन्न कराए जाने हेतु जिलाधिकारी…
अमन यात्रा ब्यूरो। कानपुर देहात जनपद मुख्यालय स्थित जनकपुरी मैदान में खाटू श्याम बाबा का…
लखनऊ/कानपुर देहात। सूबे के माध्यमिक विद्यालयों में कमजोर विद्यार्थियों की पहचान की जाएगी। इन विद्यार्थियों…
कानपुर देहात। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के शिक्षण कार्य का अब मूल्यांकन किया…
पुखरायां।कानपुर देहात में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है।यहां पर रविवार सुबह घर से शौचक्रिया…
पुखरायां।कानपुर देहात से एक बड़ी खबर सामने आ रही है।यहां पर रविवार सुबह एक युवक…
This website uses cookies.