अमन यात्रा l चटनी न सिर्फ हमारे खाने में फ्लेवर एड करने का काम करती है बल्कि ये पाचन के लिहाज से भी खाने के साथ सर्व की जाती है। गांव के खानपान में चटनी खासतौर से सर्व की जाती है इसके पीछे यही वजह है कि इससे खाना आसानी से पच जाता है और गैस, एसिडिटी जैसी समस्याएं भी परेशान नहीं करती। लेकिन ये पूरी तरह से इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने इसे कैसे बनाया है बहुत ज्यादा मिर्च, चीनी और नमक का इस्तेमाल सिर्फ चटनी का स्वाद बढ़ा सकता है उसके गुण नहीं। तो इस बात का जरूर ध्यान रखें।

धनिया-पुदीने की चटनी

सबसे ज्यादा खाई और बनाई जाने वाली चटनी धनिया-पुदीने की चटनी ही है। जिसे चाट, पकौड़े, समोसे के अलावा नॉर्मली भी लोग खाना पसंद करते हैं और सबसे जरूरी कि यह बनाने में आसान होती है। अब बात करेंगे इसके हेल्थ बेनिफिट्स की, तो इसमें विटामिन, मिनरल्स और कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। चटनी बनाने में इस्तेमाल हर्ब्स फाइबर रिच होने के साथ काफी कम कैलोरी लिए होते हैं।

टमाटर की चटनी

विटामिन सी, बी, ई और पोटैशियम जैसे मिनरल्स से पैक होता है टमाटर। इसके साथ ही इसमें लाइकोपीन नामक तत्व भी मौजूद होता है। जो हमारे सेल्स को डैमेज होने से बचाता है। तो टमाटर की चटनी भी सेहत के लिए अच्छी होती है। बस ध्यान रहें इसे बनाते वक्त न ही बहुत ज्यादा चीनी मिलाएं और न ही नमक।

नारियल की चटनी

नारियल फाइबर, कॉपर, मैग्नीज़, आयरन, सेलेनियम और फॉस्फोरस का खजाना होता है। तो इसे भी आप अपनी डाइट में किसी न किसी तरीके से शामिल करें।

मूंगफली की चटनी

ज्यादातर साउथ इंडियन डिशेज के साथ मूंगफली की चटनी ही सर्व की जाती है। प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के साथ इसमें कार्ब्स की मात्रा काफी कम होती है। जो हेल्थ के लिए बेस्ट है। और मूंगफली की चटनी में लहसुन, हरी मिर्च, टमाटर भी मिक्स किया जाता है जो इसे और ज्यादा हेल्दी और टेस्टी बनाने का काम करते हैं।

इमली की चटनी

समोसे, पकौड़े, दही बड़े में इस्तेमाल की जाने वाली इमली की चटनी टेस्टी तो होती ही है साथ ही विटामिन बी1, बी2, बी3 से भी भरपूर। और तो और इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे कई मिनरल्स भी शामिल होते हैं। इमली फ्लेवोनॉयड्स का भी खजाना है जो हेल्थ के लिए अच्छा होता है।

कच्चे आम की चटनी

कई सारे मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स के अलावा कच्चा आम विटामिन ए, सी और ई से भी भरपूर होता है। लेकिन कच्चा आम ज्यादातर गर्मियों के मौसम में ही मिलता है। जिससे खट्टी-मीठी दोनों तरह की चटनी बनाई जाती है और दोनों ही स्वाद और सेहत में मामले में बेस्ट होती है।