कानपुर, अमन यात्रा। यात्रियों को उनके कोच तक आसानी से पहुंचाने के लिए सेंट्रल स्टेशन पर रेलवे दूधिया रंग के कोच गाइडेड सिस्टम लगा रहा है। जिसके बाद यात्रियों को भी अपने कोच तक पहुंचने में मदद मिलेगी वहीं ड्राईवर भी इनकी मदद से ट्रेन को उसी के अनुरूप रोक सकेंगे।
सेंट्रल स्टेशन पर लाल रंग के कोच गाइडेड सिस्टम लगे हुए हैं जो काफी पुराने हो चुके हैं। कई बार इनका डिस्प्ले इस तरह होता है कि आसानी से नंबर समझ नहीं आते। इसका बड़ा नुकसान यात्री भुगतते हैं। दरअसल डिस्प्ले दिखायी न देने की वजह से अक्सर ट्रेन को प्लेटफार्म पर लाने वाले ड्राइवर आगे निकल जाते हैं जबकि यात्री इन कोच गाइडेड सिस्टम के डिस्प्ले के आधार पर ही प्लेटफार्म पर खड़े होते हैं। ऐसे में जब कोच आगे पहुंच जाता है तो प्लेटफार्म पर यात्रियों के बीच भागमभाग शुरू हो जाती है। इसे देखते हुए रेलवे ने अब दूधिया रंग के कोच गाइडेड सिस्टम लगाने शुरू किए हैं। इनमें दूधिया रंग के बॉक्स में काले अक्षरों से कोच नंबर डिस्प्ले होगा जो दूर से ही ड्राइवरों को दिखायी देगा ही यात्री भी उसे आसानी से देख सकेंगे।
क्या होता है कोच गाइडेड सिस्टम
कोच गाइडेड सिस्टम यात्रियों की सहुलियत के लिए लगाए जाते हैं। मान लीजिए आपकी सीट किसी ट्रेन के एस-6 कोच में है तो आपको ट्रेन के लिए निर्धारित प्लेटफार्म पर एस-6 का डिस्प्ले दिखा रहे कोच गाइडेड सिस्टम के नीचे खड़ा होना है। ट्रेन का वह कोच उसी निर्धारित जगह पर आएगा।