ये भी हुए थे गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपितों में डॉ. सचिन, डॉ. अवध बिहारी के साथ ही गोरखपुर के गगहा का वेदरतन, बांसगांव निवासी अमित जायसवाल, बलरामपुर के पचपिड़वा निवासी महफूज, फैजाबाद का राकेश वर्मा और पनकी गंगागंज निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह शामिल है।
इनकी है तलाश
पुलिस के मुताबिक डॉ. अवध बिहारी, राकेश वर्मा और अमित जायसवाल ने तीन छात्रों साहिल, शैलेश और अनूप के स्थान पर परीक्षा दी थी। गैंग का सरगना मथुरा का भोलाशंकर है। उसके साथ महोबा का सत्येंद्र और प्रयागराज निवासी जानकी भी शामिल थे। पुलिस इन छह शातिरों को पकड़ेगी।
कानपुर,अमन यात्रा। राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) और यूपी संयुक्त कृषि और प्रौद्योगिकी प्रवेश परीक्षा (यूपी कैटेट) में पकड़े गए सॉल्वर गैंग के फरार छह सदस्यों की तलाश के लिए पुलिस की तीन टीमें बनाई गई हैं। 30 सितंबर को दोनों प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया था। सात आरोपितों को जेल भेजा गया था। आरोपित परीक्षार्थी के फार्म में सॉल्वर की फोटो लगाकर परीक्षा दिलवाते थे। पुलिस ने आरोपितों के मोबाइल फोन से कई फर्जी एडमिट कार्ड भी बरामद किए थे। गिरफ्तार आरोपितों में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का एमबीबीएस छात्र मिर्जापुर निवासी डॉ. अवध बिहारी, राम मनोहर लोहिया अस्पताल का डाक्टर आजमगढ़ निवासी सचिन कुमार भी शामिल है। गिरोह के सरगना समेत छह आरोपित फरार हो गए थे। पिछले माह त्योहारों के चलते पुलिस की दबिश रुकी थी। अब फिर से तीन टीमें गठित की गई हैं। ये प्रयागराज, मथुरा आदि स्थानों के लिए रवाना होंगी।