कानपुर, अमन यात्रा ब्यूरो । तैराकी की विद्या में दर्जनों बार शहर का मान बढ़ा चुके मास्टर तैराक तैराकी की विद्या में दर्जनों बार शहर का मान बढ़ा चुके मास्टर तैराक पंकज जैन व राष्ट्रीय तैराक रोहित निषाद ने अनोखी साहसिक तैराकी कर नया आयाम हासिल किया। दोनों तैराकों ने गंगा की उफनाती लहरों के बीच हाथ-पैर बांधकर सात किलोमीटर का सफर तय किया। उनकी यह यात्रा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई। व राष्ट्रीय तैराक रोहित निषाद ने अनोखी साहसिक तैराकी कर नया आयाम हासिल किया। दोनों तैराकों ने गंगा की उफनाती लहरों के बीच हाथ-पैर बांधकर सात किलोमीटर का सफर तय किया। उनकी यह यात्रा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई।

उप्र तैराकी संघ के उपाध्यक्ष प्रकाश अवस्थी ने बताया कि हाथ पैर बांधकर तैराकी करने की अनोखी पहल राहुल व रोहित निषाद की जोड़ी से सफलतापूर्वक की। इन दोनों से अटल घाट से सरसैया घाट लगभग सात किमीटर की दूरी बड़ी आसानी से तय की। उनके साथ पूरे समय नाव में सुरक्षा के लिए एक तैराक का दल भी चलता रहा। उन्होंने बताया कि साहसिक तैराकी करने वाले पंकज कई बार मास्टर तैराकी में शहर का नाम अंतरराष्ट्रीय फलक पर रोशन कर चुके हैं। जबकि रोहित निषाद लंबी दूरी की तैराकी के साथ राष्ट्रीय व प्रदेशस्तरीय प्रतियोगिता के प्रमुख खिलाड़ियों में पहचाने जाते हैं। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में कानपुर जिला तैराकी संघ द्वारा स्वर्गीय पदम कुमार जैन की याद में अटल घाट से सिद्धनाथ घाट तक इसी प्रकार की साहसिक तैराकी का आयोजन कुशल तैराकों द्वारा किया जाएगा। इसके जरिए तैराकी खेल के महत्व को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। साहसिक यात्रा के जरिए पंकज और राेहित ने गंगा स्वच्छता अभियान का भी संदेश दिया। रोहित हाल में ही गंगा स्वच्छता अभियान के जरिए कानपुर से प्रयागराज तक तैराकी कर चुके हैं।